हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा का दिन गुरु की पूजा के लिए शुभ माना जाता है। यह हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। इस दिन पूजा-पाठ और दान करने का खास महत्व है। आइए जानते हैं कि 2024 में गुरु पूर्णिमा कब है? बन रहा है शुभ संयोग-
पंचांग के अनुसार इस साल आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई को शाम 6 बजे शुरू होगी और 21 जुलाई को दोपहर 3 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी।
पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा करने से चंद्र दोष से मुक्ति मिलती है और कुंडली में चंद्रमा की शुभता में वृद्धि होती है।
पूर्णिमा की रात चंद्र उदय के बाद चांदी के लोटे से चंद्र को दूध और जल का अर्घ्य अर्पित करें। ऊँ सों सोमाय नम: मंत्र का जाप 108 बार करें।
गुरु पूर्णिमा पर कई शुभ योग बन रहे हैं। इस तिथि पर सुबह 05 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा। वहीं, इसका समापन मध्य रात्रि 12 बजकर 14 मिनट पर होगा। गुरु पूर्णिमा को सुबह से लेकर देर रात 12 बजकर 14 मिनट तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र है।
इस दिन शिष्य अपने गुरु की विशेष पूजा करता है और पुष्प, वस्त्र आदि भेंट करता है। शिष्य इस दिन अपने सारे अवगुणों को गुरु को अर्पित कर देता है।
इस दिन भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाने के लिए गुरु पूर्णिमा के दिन गेहूं और गुड़ का दान करें। इससे मान-सम्मान में वृद्धि होती है और जीवन में तरक्की मिलती है।
गुरु पूर्णिमा के दिन शुभ संयोग बन रहा है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM