हिंदू धर्म में दीपक का विशेष महत्व है। हर शुभ कामों में दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और शांति बनी रहती है। आइए जानते हैं कि तिल के तेल का दीपक कब जलाना चाहिए-
तिल के दीपक को हमेशा पूर्व दिशा की ओर जलाना चाहिए और दीपक की बत्ती पूर्व दिशा की तरफ रखनी चाहिए।
तिल के दीपक को सुबह और शाम को जलाना चाहिए। सुबह के समय 4 से 5 बजे के समय में दीपक जलाना चाहिए और शाम के समय में 5 से 7 के बीच में जलाना चाहिए।
पूजा के दौरान तिल के तेल का दीपक जलाने के माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और घर में वास भी करती है। इससे उनकी कृपा भी बनी रहती है।
अगर आप किसी कारण से घर में आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो रोजाना शाम के समय में तिल के दीपक जलाने से आर्थिक तंगी में सुधार हो सकता है।
अगर कुंडली में चंद्रमा ग्रह कमजोर है, तो रोजाना शाम के समय में तिल का दीपक जलाने से चंद्रमा ग्रह मजबूत होता है और इससे जीवन पर शुभ प्रभाव पड़ते हैं।
अगर शनि की साढ़े साती चल रही है, तो रोजाना सुबह के समय में तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इससे इसका प्रभाव कम होता है।
इस समय तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM