करवा चौथ के मौके पर महिलाएं चांद निकलने का बेसब्री से इंतजार करती है। आइए जानते हैं करवा चौथ के दिन किसी समय दिखेगा चांद।
सुहागन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए बिना अन्न के पूरे दिन निर्जला व्रत करती है और रात में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही अपना व्रत खोलती हैंं।
यह व्रत हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि में हर साल मनाया जाता है। इस दिन चंद्रमा को छलनी से देखने की परंपरा भी सालों से चली आ रही हैं।
करवा चौथ पर पूजा मुहूर्त शाम को 6 बजकर 5 मिनट से शाम के 7 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। इस दौरान पूजा करने से आपका व्रत सफल रहेगा।
करवा चौथ व्रत का समय सुबह 6 बजकर 39 मिनट से शुरू होगा और रात्रि के 9 बजे तक रहेगा। इस दौरान ज्यादातर महिलाएं अन्न जल का सेवन किए बिना ही यह व्रत रखती हैं।
करवा चौथ पर चांद देखकर उसे अर्घ्य देने के बाद ही महिलाएं अपना व्रत तोड़ती है। इस बार चंद्रोदय के समय रात्रि के 9 बजे अपेक्षित हैं।
इस बार करवा चौथ पर 100 साल के बाद महासंयोग बन रहा है। इस दौरान बुद्ध, आदित्य, शिव और सर्वार्थ सिद्धि योग का महासंयोग बन रहा है।
इस महासंयोग में पूजा पाठ और व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में सुख, समृद्धि और पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। हर शहर में अलग-अलग समय पर चांद निकलेगा।