राहु का केतु के साथ में जोड़ा होता है। यह कभी अच्छे फल देता है, तो कभी खराब देता है। जब कुंडली में राहु की दशा खराब चलती है, तो आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ता है। ऐसे में राहु के लिए किस देवता की प्रार्थना करनी चाहिए। आइए जानें
राहु को भगवान शिव का भक्त माना जाता है, इसे शांत करने के लिए प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। साथ ही
राहु सूर्य और चंद्र का कट्टर दुश्मन बन गया, क्योंकि उन्होंने उसके धोखे को उजागर कर दिया और उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। इसलिए राहु उनका पीछा करता है और उन्हें भस्म करने का प्रयास करता है।
इसे शांत करने के लिए सोमवार के दिन भगवान शिव का अभिषेक करें, गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद अर्पित करें। साथ ही, भोलेनाथ की आरती करें। इससे राहु की शांति हो सकती है।
ऐसे ही राहु और केतु शनि देव के साथ रहते हैं, जो भगवान शिव के ही गण है। भगवान शिव की आराधना, पूजा-अर्चना से ही नवग्रह की महादशा से शांत हो जाती है।
कुंडली में राहु की अशुभ दशा को दूर करने के लिए हर सोमवार और शनिवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और काले तिल अर्पित करें। इससे अशुभ की दशा दूर होने लगती है।
जिन लोगों की कुंडली में राहु की दशा खराब चल रही है, तो इससे मन भ्रमित होने लगता है। ऐसे में योग-ध्यान को रोजाना करने से राहु शांत होता है।
राहु के लिए इस देवता की प्रार्थना करनी चाहिए। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM