हिंदू धर्म में नागपंचमी का बहुत महत्व है। इस दिन नाग देवता की पूरे विधि-विधान से पूजा करने पर सारी मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं कि नागपंचमी के दिन किन मंदिरों के दर्शन करने के दूर होते हैं कष्ट-
तक्षक नाग से जुड़े तक्षकेश्वर महादेव मंदिर के बारे में माना जाता है कि नागपंचमी के दिन यहां दर्शन मात्र से कुंडली का कालसर्प दोष एवं सर्पदंश दोष दूर हो जाता है।यह मंदिर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित है।
नागचंद्रेश्वर मंदिर की खास बात यह है कि यह मंदिर साल में केवल एक दिन नागपंचमी के दिन ही दर्शन के लिए खोला जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में स्वयं नागराज तक्षक निवास करते हैं। यह मंदिर उज्जैन में स्थित है।
इस मंदिर में दर्शन करने से संतान सुख की कामना पूरी होती है और नाग देवता का आभार व्यक्त करते हैं। यह मंदिर दक्षिण भारत में स्थित है।
धौलीनाग मंदिर का संबंध कालिया नाग से जुड़ा हुआ है। इस मंदिर में पूजा करने पर उनकी तमाम तरह की प्राकृतिक आपदाओं से रक्षा होती है। यह मंदिर उत्तराखंड के बागेश्वर में स्थित है।
ऐसा माना जाता है कि कर्कोटक मंदिर में पूजा करने पर व्यक्ति के जीवन से सर्पदंश का दोष दूर हो जाता है। इस मंदिर में लोग दूर-दूर से आते हैं। यह मंदिर नैनीताल के करकोटक में स्थित है।
इस मंदिर में नाग देवता की पूजा करने पर व्यक्ति के जीवन से जुड़े कष्ट दूर और कामनाएं पूरी होती हैं। यह मंदिर जम्मू के पटनीटॉप में स्थित है।
नागपंचमी के दिन इन मंदिरों के दर्शन करने के कष्ट दूर होते हैं। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM