वैदिक शास्त्रों के अनुसार, एक निश्चित समय अंतराल के बाद ग्रहों के राशि में लगातार बदलाव होता रहता है। इस बदलाव को हम राशि परिवर्तन या गोचर कहते हैं।
इस बार अक्षय तृतीया का पर्व 10 मई 2024 को मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को यह व्रत रखा जाता है।
इस दिन सुबह 10 बजे 43 मिनट से चंद्रमा का गोचर वृषभ राशि में होगा, जहां देव गुरु बृहस्पति पहले से ही मेष राशि में विराजमान है।
इस बार अक्षय तृतीया पर धन योग, गजकेसरी योग, शक्रादित्य योग, रवि योग, सुकर्मा योग का निर्माण होने जा रहा है। यह काफी फलदायी हो सकता है।
इस योग का बनना मेष राशि वालों के लिए शुभ साबित हो सकता है। समय समय पर आकस्मिक धन की प्राप्ति होने की उम्मीद है।
मिथुन राशि वालों के लिए यह योग का निर्माण हो सकता है। आय में वृद्धि के साथ नए स्रोत भी बनने की संभावना है। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है।
कर्क राशि वालों के लिए भी यह युति काफी लाभदायक हो सकता है। संतान से संबंधित कोई भी शुभ समाचार मिल सकता है। आकस्मिक धन की प्राप्ति हो सकती है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।