आज हम आपको टीम इंडिया के उन अंडररेटेड खिलाड़ी के बारे में बताएंगे जिन्होंने अच्छे प्रदर्शन के बावजूद अपना नाम का क्रेडिट नहीं के पाए।
गौतम गंभीर ने साल 2011 विश्व कप फाइनल में 97 रनों की लाजवाब पारी खेली थी और टीम चैंपियन बनी। उसके बावजूद उनको क्रेडिट नहीं मिला।
स्विंग के राजकुमार कहे जाने वाले तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने अपने डेब्यू मैच में ही पाकिस्तान की कमर तोड़ दी थी। लेकिन जसप्रीत बुमराह के आते ही उनका करियर लगभग खत्म हो गया।
शिखर धवन हमेशा से अच्छे फॉर्म में दिखे और कई बड़े बड़े मैचों में टीम के लिए योगदान दिया। लेकिन बतौर ओपनर उनको मौके ही कम मिले और अब टीम इंडिया से भी बाहर हैं।
तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने विदेशी धरती पर भी विपक्षी गेंदबाजों की जमकर कुटाई की है। उसके बावजूद उन्हें कम आंका गया।
इरफान पठान बाएं हाथ के तेज स्विंग गेंदबाज रहे हैं जो बल्लेबाजी करना भी अच्छी तरह से जानते थे। उनके प्रदर्शन के बावजूद उन्हें क्रेडिट नहीं मिला।
टेस्ट क्रिकेट के महान बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने टीम के लिए काफी योगदान दिया है लेकिन कुछ मैचों में फ्लॉप होते ही उन्हें टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
भारतीय बल्लेबाज अंबाती रायडू को भी उनकी योग्यता के अनुसार क्रेडिट नहीं मिला। जब वो अच्छे फॉर्म में थे उसके बावजूद भी उन्हें 2019 वर्ल्ड कप के लिए नहीं चुना गया था। जिसके बाद उन्होंने संन्यास ले लिया।