सम्‍मान के लिए छूते हैं पैर, भूलकर भी न छुएं इनके पैर


By Sahil23, Nov 2023 01:45 PMnaidunia.com

पैर छूना

हिंदू धर्म में पैर छूना सम्मान का प्रतीक होता है। शास्त्रों में उल्लेख है कि व्यक्ति को कुछ स्थितियों में किन लोगों के पैर छूने से बचना चाहिए।

मंदिर में बड़े-बुजुर्ग के पैर

अगर आपको मंदिर में कोई बड़ा बुजुर्ग दिख जाता है तो उसके पैर न छुएं। दरअसल, भगवान के सामने किसी और के पैर छूना उनका अपमान करने के बराबर होता है।

सोए हुए व्यक्ति

जब कोई व्यक्ति सो रहा हो या फिर लेटा होता है तो उसके पैर न छुएं। मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से उस व्यक्ति की उम्र कम हो जाती है।

श्मशान में न छुएं पैर

श्मशान या श्मशान से लौटते किसी व्यक्ति के पैर भी नहीं छूने चाहिए। अंतिम संस्कार से वापिस आते समय व्यक्ति अशुद्ध हो जाता है। इस वजह से उसके पैर छूने की मनाही होती है।

भांजा-भांजी

शास्त्रों के अनुसार, भांजा-भांजी को भी अपने मामा-मामी के पैर नहीं छूने चाहिए। इसके पीछे कारण है कि भांजा-भांजी को पूजनीय माना जाता है।

बहू-बेटियां

बेटियों को देवी का रूप माना जाता है। इस वजह से बेटी को पिता के पैर नहीं छूने चाहिए। वहीं, बहुएं घर की लक्ष्मी होती हैं। इस वजह से सास-ससुर अपनी बहुओं से पैर न छुआएं।

कुंवारी कन्याएं

शास्त्रों में बताया गया है कि कुंवारी लड़कियों को भी पैर न छूने दें। यदि कोई कुंवारी कन्या आपके पैर छुए तो उसे तुरंत रोक दें। वरना आपको पाप भी लग सकता है।

इनके भी न छुएं पैर

छोटे भाई के पैर नहीं छूने चाहिए। इसके अलावा, साला-साली के पैर छूना भी वर्जित माना जाता है। ऐसा करने से आपको पाप लग सकता है।

धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ

घर में सुख-शांति के लिए लाएं ये पौधे