हिंदू धर्म में कई ऐसे पेड़-पौधे है, जिसका उपयोग पूजा-पाठ के समय में किया जाता है। इन पेड़ में देवी-देवताओ का वास होता है और इन पेड़-पौधे के प्रयोग से शुभ फल भी प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं कि पूजा में केले का उपयोग क्यों किया जाता है-
ऐसा माना जाता है कि पूजा के दौरान केले के पत्तों का उपयोग करना शुभ माना जाता है। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
पूजा के दौरान केले के पत्तों का उपयोग करने से घर में खुशहाली के साथ शांति का भी वास होता है और सारी मनोकामना भी पूरी होती है।
पूजा के दौरान केले के पत्तों का उपयोग करने से भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही घर में माता लक्ष्मी का वास भी होता है।
अक्सर केले के पत्ते का मंडप सत्यनारायण की कथा में बनाया जाता है और इसे शुभ माना जाता है। इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होकर अपने भक्तों की सारी मनोकामना को पूर्ण करते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि कहीं पूजा के दौरान केले के पत्ते पर भोग लगाया जाता है। केले के पत्ते पर भोग लगाने से मन की सारी इच्छाएं पूरी होती है और विष्णु जी का आशीर्वाद भी मिलता है।
जिन लोगों के कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर है, वह लोग पूजा करते समय केले के पत्तों का प्रयोग जरूर करें। इससे बृहस्पति ग्रह मजबूत हो सकता है और शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
इन कारणों से पूजा में केले का उपयोग किया जाता है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM