मंदिर से लौटते वक्त घंटी क्यों नहीं बजानी चाहिए?


By Amrendra Kumar Yadav07, Jul 2024 12:11 PMnaidunia.com

मंदिर में घंटी बजाना

मंदिर में प्रवेश के समय लोग घंटी बजाते हैं और पूजा करते समय भी घंटी बजाते हैं। घंटी बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

बताए गए हैं नियम

वास्तु शास्त्र में घंटी बजाने को लेकर भी कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना चाहिए। नियमों का पालन न करने से पूजा का शुभ फल नहीं मिलता है।

मंदिर से लौटते वक्त घंटी बजाना

वास्तु के इन नियमों के अनुसार, मंदिर से लौटते वक्त घंटी नहीं बजानी चाहिए। ऐसा करना वास्तु की दृष्टि से अनुचित माना जाता है।

सकारात्मक ऊर्जा का होता है संचार

मंदिर में घंटी बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस सकारात्मक ऊर्जा से मन प्रसन्न होता है और सुख-समृद्धि आती है।

लौटते वक्त इसलिए नहीं बजाई जाती है घंटी

वहीं, मंदिर से बाहर निकलते वक्त घंटी इसलिए नहीं बजाई जाती है, क्योंकि ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा वहीं रह जाती है।

घंटे के स्वर से भ्रमित होती है सकारात्मक ऊर्जा

ऐसा कहा जाता है कि मंदिर से लौटते वक्त घंटी बजाने से सकारात्मक ऊर्जा भ्रमित हो सकती है, इसलिए लौटते समय घंटी बजाने से बचें।

सृष्टि के आरंभ पर गूंजी थी घंटी की ध्वनि

धार्मिक मान्यता है कि जब सृष्टि का आरंभ हुआ था, तब घंटी की ध्वनि गूंजी थी। इसी वजह से मंदिर में घंटी लगाई जाती है।

पूजा का पड़ता है प्रभाव

ऐसी भी मान्यता है कि घंटी बजाने से पूजा का शुभ फल प्राप्त होता है और आसपास का वातावरण पवित्र होता है।

मंदिर से लौटते वक्त इन कारणों से घंटी नहीं बजानी चाहिए। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Naidunia.Com

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