मंदिर में प्रवेश के समय लोग घंटी बजाते हैं और पूजा करते समय भी घंटी बजाते हैं। घंटी बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
वास्तु शास्त्र में घंटी बजाने को लेकर भी कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना चाहिए। नियमों का पालन न करने से पूजा का शुभ फल नहीं मिलता है।
वास्तु के इन नियमों के अनुसार, मंदिर से लौटते वक्त घंटी नहीं बजानी चाहिए। ऐसा करना वास्तु की दृष्टि से अनुचित माना जाता है।
मंदिर में घंटी बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस सकारात्मक ऊर्जा से मन प्रसन्न होता है और सुख-समृद्धि आती है।
वहीं, मंदिर से बाहर निकलते वक्त घंटी इसलिए नहीं बजाई जाती है, क्योंकि ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा वहीं रह जाती है।
ऐसा कहा जाता है कि मंदिर से लौटते वक्त घंटी बजाने से सकारात्मक ऊर्जा भ्रमित हो सकती है, इसलिए लौटते समय घंटी बजाने से बचें।
धार्मिक मान्यता है कि जब सृष्टि का आरंभ हुआ था, तब घंटी की ध्वनि गूंजी थी। इसी वजह से मंदिर में घंटी लगाई जाती है।
ऐसी भी मान्यता है कि घंटी बजाने से पूजा का शुभ फल प्राप्त होता है और आसपास का वातावरण पवित्र होता है।
मंदिर से लौटते वक्त इन कारणों से घंटी नहीं बजानी चाहिए। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Naidunia.Com