महिलाओं के सोलह श्रृंगार में से आलता को बहुत खास माना जाता है और इसे हर शुभ कार्य के दौरान लगाया जाता है। आइए जानते हैं कि महिलाएं पैरों में आलता क्यों लगाती है-
हिंदू धर्म में आलता का विशेष महत्व है और इसे सुहागिन महिलाएं शुभ कार्य के दौरान अपने पैरों में लगाती है, जिससे लगाना शुभ माना जाता है।
कहा जाता है कि सुहागिन महिलाओं का श्रृंगार आलता के बिना अधूरा माना जाता है। इसे हर व्रत और पूजा के दौरान लगाया जाता है।
कहा जाता है कि आलता लगाने से महिलाओं का सौभाग्य बढ़ता है और सुहागिन महिलाओं के लिए यह लगाना जरूरी होता है।
आलता को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। इसी कारण से नवजात बच्चियों और कुंवारी लड़कियों के पैरों में लगाना शुभ होता है।
माना जाता है कि सुहागिन महिलाएं पैरों में आलता लगाती है तो इससे उनके वैवाहिक जीवन में प्रेम बना रहता है और रिश्ता मजबूत होता है।
सुहागिन महिलाएं पैरों में आलता लगाती है तो इससे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और खुशियों का आगमन होता है।
इन कारणों से महिलाएं पैरों में आलता लगाती है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM