हिंदू धर्म में बेलपत्र का विशेष महत्व है। इसे सोमवार को शिवलिंग पर चढ़ाने से सारी मनोकामना पूरी होती है और शिव जी की अपने भक्तों पर कृपा बनी रहती है। आइए जानते हैं कि बेलपत्र को उल्टा क्यों चढ़ाया जाता है-
बेलपत्र को हमेशा उल्टा चढ़ाना चाहिए। जो कोमल भाग होता है वह सीधा भाग होता है और उभरा भाग उल्टा होता है। इसलिए बेलपत्र को उल्टा चढ़ाना चाहिए।
बेलपत्र को हमेशा उल्टा चढ़ाना से जीवन में किसी प्रकार का दोष नहीं लगता है। इसके साथ ही, जीवन में सारी परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
कभी-भी बेलपत्र को कटा हुआ नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे शिव जी नाराज होते हैं और अशुभ फलों की प्राप्ति भी होती है।
बेलपत्र को शिवलिंग पर अर्पित करते समय बेलपत्र अर्पण मंत्र पढ़ना चाहिए। इससे भगवान शिव प्रसन्न होकर अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
बेलपत्र को शिवलिंग पर अर्पित करना शुभ माना जाता है, क्योंकि भगवान शिव को बेलपत्र बेहद प्रिय होता है और वह प्रसन्न भी होते हैं।
शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से जीवन की सारी परेशानियां दूर होती है और मनोकामना पूर्ण होती है। इससे भगवान शिव हमेशा कृपा बनाए रखते हैं।
इन कारणों से बेलपत्र को उल्टा चढ़ाया जाता है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM