करवा चौथ के बाद हिंदू धर्म में अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है,जिसमें महिलाएं अपनी संतान के सुखी जीवन के लिए व्रत रखती है। आइए जानते हैं कि अहोई अष्टमी का पर्व क्यों मनाया जाता है-
अहोई अष्टमी के दिन मां अपने बच्चे के लंबी उम्र और खुशहाल जीवन के लिए व्रत रखती है।
इस दिन मां अपने बेटे के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखती है और उनके सफल जीवन की कामना करती है।
इस दिन माताएं अहोई माता की पूजा करती हैं, उन्हें संतान सुख की देवी माना जाता है। माताए विशेष रूप से उनके चित्र को सामने रखकर पूजा करती है।
अहोई अष्टमी के दिन माताएं अपने बच्चों के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को दर्शाती हैं और व्रत रखती है।
हर साल अहोई अष्टमी कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। यह 24 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा।
इस व्रत को करने से पुत्रवती महिलाओं को मनचाहा फल प्राप्त होता है और जीवन की सारी मनोकामना भी पूरी होती है।
इन कारणों से अहोई अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM