हिंदू धर्म में मृत्यु के बाद कई सारे नियम कानून होते हैं जिसे फॉलो करना बेहद ही आवश्यक होता है। जैसे शव को श्मशान में ले जाया जाता है।
मृत्यु के बाद शव यात्रा निकाली जाती है जिसमें सिर्फ पुरुष ही शामिल हो सकते हैं। हिंदू धर्म में इन चीजों को लेकर काफी मान्यता होती है।
शव यात्रा के दौरान महिलाएं शामिल नहीं होती है। साथ ही उन्हें श्मशान में भी जाने के अनुमति नहीं दी गई है आइए उन कुछ कारणों को जानते हैं।
ये ही नहीं महिलाएं अंतिम संस्कार भी नहीं कर सकती हैं। यह एक नियमों के अंदर आता है जिसे हम अपनी मर्जी से तोड़ नहीं सकते हैं।
ऐसा माना जाता है कि महिलाएं पुरुषों जितना स्ट्रांग नहीं होती है। इसका एक रीजन है कि इन्हें श्मशान घाट में जाने के लिए अनुमति नहीं दी जाती है।
श्मशान घाट में अधिक नाकारात्मक ऊर्जा होती है जो बुद्धि और शक्ति से कमजोर महिलाओं पर आसानी से काबू पा लेती है।
जिसके चलते सिर्फ पुरुषों को श्मशान घाट में जाने की इजाजत दी जाती है। महिलाओं को वहां जाने के लिए नहीं बोला जाता है।
कुछ महिलाओं को श्मशान का दृश्य देख कर भी डर लग सकता है ऐसे में वहां दृश्य बेहद ही डरावना होता है जिसके चलते वो वहां नहीं जा सकती हैं।