सावन का महीना शिव भगवान को बहुत प्रिय है। इस महीने में जो भी सच्चे मन से पूजा करता है, उसकी सारी मनोकामना पूर्ण होती है। साथ ही, शिव जी की कृपा भी बनी रहती है। आइए जानते हैं कि भोलेनाथ का प्रिय सावन का महीना क्यों मनाया जाता है-
सावन के महीने में भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले विष को पिया था और पहली बार भगवान शिव पृथ्वी लोक पर सावन के महीने में ही आए थे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ था।
ऐसा माना जाता है कि हर सावन महीने में भगवान शिव पृथ्वी पर आते हैं और सभी पर अपनी कृपा बरसाते हैं। इस महीने में भगवान शिव बेहद खुश रहते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि कावड़ यात्रा पर जाने से मानी हुई मन्नत पूरी होती है और शिव भगवान अपने भक्तों की सारी परेशानियों को सुनते हैं। उनकी मनोकामना भी पूरी करते हैं।
सावन के महीने में उपवास करने से भगवान शिव का आशीर्वाद, सुरक्षा और अपनी इच्छाओं की पूर्ति पा सकते हैं। साथ ही, मनचाहा वर भी मिल सकता है।
सावन के महीने में शिव मंदिरों में शिव भक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक कर महादेव को प्रसन्न करते हैं और पूरी श्रद्धा से महादेव की पूजा की जाए तो मनचाहा वरदान प्राप्त होता है।
सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में ही करने का प्रयास करें। इस काल में पूजा करने पर देवों के देव महादेव जल्दी ही प्रसन्न होकर मनचाहा आशीर्वाद देते हैं।
सावन के महीने में पंचामृत से अभिषेक करना शुभ माना जाता है और इंसान की सारी मनोकामना पूरी होती है। साथ ही, संतान सुख की प्राप्ति होती है और सारी समस्याओं से मुक्ति मिलती है
इसलिए भोलेनाथ को सावन का महीना प्रिय है । एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM