होलाष्टक को हिन्दू धर्म में शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में इस समय कोई शादी-विवाह करता है, तो उसके जीवन में कई नकारात्मक बदालव होते हैं। आइए जानते हैं, इस बारे में-
अगर कोई दौरान शादी करता है, तो उसके जीवन में लड़ाई-झगड़े होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, होलाष्टक में शादी नहीं करनी चाहिए।
माना जाता है कि इस दौरान नकारात्मक शक्तियां प्रभावशाली रहती हैं। ऐसे में शादी-विवाह करने पर जीवन में नकारात्मकता बढ़ सकती है।
माना जाता है कि इस दौरान शादी करने से रिश्तों में खटास, पारिवारिक मतभेद और धन संबंधी परेशानियां आ सकती हैं।
होलाष्टक को भगवान विष्णु के प्रिय भक्त प्रह्लाद के ऊपर हिरण्यकशिपु के अत्याचार से जोड़कर देखा जाता है। इसलिए, इसे किसी भी शुभ कार्य के लिए सही नहीं माना जाता है।
अगर कोई व्यक्ति गलती से इस अशुभ घड़ी में विवाह करता है, तो ऐसे में पंडित की सलाह के अनुसार ग्रह शांति उपाय करना चाहिए।
होलाष्टक के दौरान शादी-विवाह के अलावा गृह प्रवेश करना, मुंडन करना, नया व्यापार शुरु करना और नामकरण करने से बचना चाहिए।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है, ऐसी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें। naidunia.com