सेहरा पहनकर दूल्‍हे को नदी पार क्‍यों नहीं करनी चाहिए?


By Ayushi Singh23, Jan 2025 07:00 AMnaidunia.com

हिंदू धर्म में विवाह का विशेष महत्व है और इस समय कई रीति-रिवाजों को निभाया जाता है। आइए जानते हैं कि सेहरा पहनकर दूल्‍हे को नदी पार क्यों नहीं करनी चाहिए-

नकारात्मक ऊर्जा का संचार

अक्सर लोग नदी में नहाते हैं, जिसके कारण नेगेटिव विचार पानी सोख लेता है। इस वजह से सेहरा पहनकर दूल्‍हे को नदी पार नहीं करवाना चाहिए।

होते हैं श्मशान घाट

इसके अलावा नदी किनारे शमशान घाट होते हैं और इनमें अस्थि विसर्जन भी किया जाता है। साथ ही, पितृ से संबंधित पूजा-पाठ भी किए जाते हैं।

हाथ में नारियल दें

अगर किसी कारण वश दूल्हे को नदी पार करना पड़े तो उसके हाथ से जटाधारी नारियल नदी में डलवा देना चाहिए। इससे नेगेटिव एनर्जी नहीं आती है।

ऋषि मुनि करते हैं तपस्या

नदी किनारे ऋषि मुनि लोग तपस्या करते हैं और नदी में डुबकी लगाते हैं, जिससे वह नेगेटिव विचार से मुक्ति हो जाते हैं।

होता है शुभ अवसर

शादी विवाह के शुभ अवसर पर नाजुक होता है,जिसमें किसी प्रकार की परेशानी या बाधा नहीं आनी चाहिए। इसका असर सीधा वैवाहिक जीवन पर पड़ता है।

नियमों का पालन

शादी-विवाह के समय हिंदू रीति-रिवाजों को पालन करना बेहद जरूरी होता है और इससे मंगल कार्य शांति से संपन्न होते हैं।

इन कारणों से सेहरा पहनकर दूल्‍हे को नदी पार नहीं करनी चाहिए। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM

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