हिंदू धर्म में विवाह का विशेष महत्व है और इस समय कई रीति-रिवाजों को निभाया जाता है। आइए जानते हैं कि सेहरा पहनकर दूल्हे को नदी पार क्यों नहीं करनी चाहिए-
अक्सर लोग नदी में नहाते हैं, जिसके कारण नेगेटिव विचार पानी सोख लेता है। इस वजह से सेहरा पहनकर दूल्हे को नदी पार नहीं करवाना चाहिए।
इसके अलावा नदी किनारे शमशान घाट होते हैं और इनमें अस्थि विसर्जन भी किया जाता है। साथ ही, पितृ से संबंधित पूजा-पाठ भी किए जाते हैं।
अगर किसी कारण वश दूल्हे को नदी पार करना पड़े तो उसके हाथ से जटाधारी नारियल नदी में डलवा देना चाहिए। इससे नेगेटिव एनर्जी नहीं आती है।
नदी किनारे ऋषि मुनि लोग तपस्या करते हैं और नदी में डुबकी लगाते हैं, जिससे वह नेगेटिव विचार से मुक्ति हो जाते हैं।
शादी विवाह के शुभ अवसर पर नाजुक होता है,जिसमें किसी प्रकार की परेशानी या बाधा नहीं आनी चाहिए। इसका असर सीधा वैवाहिक जीवन पर पड़ता है।
शादी-विवाह के समय हिंदू रीति-रिवाजों को पालन करना बेहद जरूरी होता है और इससे मंगल कार्य शांति से संपन्न होते हैं।
इन कारणों से सेहरा पहनकर दूल्हे को नदी पार नहीं करनी चाहिए। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM