खरमास के दौरान किसी भी मांगलिक कामों को करने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है। ऐसे शादी-विवाह करना सही या गलत है, आइए जानते हैं-
खरमास के दौरान सूर्य धनु और मीन राशि में प्रवेश करता है, यह समय लगभग एक महीने का होता है। इसलिए, किसी भी शुभ कार्यों को करने की सलाह नहीं दी जाती है।
माना जाता है कि खरमास के महीने में देवी और देवता आराम करते हैं। इसलिए, इस समय शादी विवाह जैसे कार्य नहीं किए जाते हैं।
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक खर का मतलब गधा होता है। साथ ही, ये ठहराव और नकारात्मक शक्तियों का प्रतीक माना जाता है।
इस दौरान सूर्य कमजोरी स्थिति में होता है, इसी कारण ऊर्जा और सकारात्मकता में कमी हो जाती है। ऐसे में कार्य करना अशुभ माना जाता है।
शादी विवाह के अलावा इस दौरान मुंडन, गृह प्रवेश और अन्य शुभ कार्यों को करने से मना किया जाता है।
माना जाता है कि अगर कोई दौरान शादी करता है, तो उसके वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ सकती हैं।
खरमास के महीने में ग्रहों की स्थिति किसी भी मांगलिक कार्यों के लिए सही नहीं मानी जाती है। इसलिए, किसी भी शुभ काम को करने से बचें।
इन्हीं कारणों की वजह से खरमास में विवाह नहीं करना चाहिए। यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है, ऐसी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें naidunia.com