पूजा में स्टील के बर्तनों का इस्‍तेमाल क्यों नहीं करना चाहिए?


By Prakhar Pandey24, Apr 2024 06:14 PMnaidunia.com

पूजा-पाठ

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है, सभी लोग पूजा करते हैं और ईश्वर को ध्यान करते हैं तथा आशीर्वाद की कामना करते हैं।

पूजा-पाठ के नियम

वहीं पूजा-पाठ के भी कुछ नियम होते हैं, इन नियमों का पालन करना चाहिए। सच्चे मन से और विधि-विधान से पूजा करने पर ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

स्टील के बर्तनों का न करें प्रयोग

वास्तु के नियमों के अनुसार, पूजा-पाठ करते समय स्टील के बर्तनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से शुभ फल नहीं प्राप्त होते हैं।

लोहा, एल्युमीनियम का न करें इस्तेमाल

वहीं पूजा के समय लोहे और एल्युमीनियम के बर्तनों का भी इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से पूजा का फल नहीं मिलता है।

क्यों नहीं करना चाहिए प्रयोग

दरअसल वास्तु शास्त्र में इन धातुओं को अशुद्ध माना गया है, इस वजह से पूजा में इनका प्रयोग नहीं करना चाहिए।

सोना, चांदी, पीतल के बर्तनों का करें प्रयोग

वहीं पूजा के समय सोने, चांदी, पीतल, तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल करना चाहिए, ये धातुएं बहुत शुभ मानी गई हैं, इन बर्तनों में पूजा करने से सुख-समृद्धि आती है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

लकड़ी के बर्तनों का कर सकते हैं इस्तेमाल

अगर इन धातुओं के बर्तन नहीं हैं तो पूजा के लिए लकड़ी के बने बर्तनों का इस्तेमाल कर सकते हैं, वहीं मिट्टी के बर्तनों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

पत्तों का करें इस्तेमाल

वहीं कुछ पत्ते बहुत शुभ माने गए हैं, इसलिए पूजा करते समय पत्तों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए पान के पत्तें, केले के पत्ते और पलाश के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

पूजा के समय स्टील का इस्तेमाल करने पर पूजा का शुभ फल नहीं मिलता है, ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढते रहें naidunia.com

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