सनातन धर्म में तुलसी का पौधा बेहद ही पवित्र माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इसमें मां लक्ष्मी का वास होता है जिससे आर्थिक तंगी दूर होती है।
ऐसी मान्यता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां भगवान विष्णु की कृपा भी बनी रहती है। इससे उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
पूजा या किसी भी मांगलिक कार्यों में तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी का पौधा हमेशा हरा भरा होना चाहिए।
घर में तुलसी का पौधा सूखना काफी अशुभ होता है। आइए जानते हैं कि इसके सूख जाने पर किस तरह की चीजें करनी चाहिए।
तुलसी की पत्तियां दैवीय मानी जाती है। ठंड के मौसम में तुलसी का सूखना आम माना जाता है। लेकिन यदि अचानक यह सूख जाए तो आर्थिक तंगी के संकेत होते हैं।
तुलसी की पत्तियां दैवीय मानी जाती है। ठंड के मौसम में तुलसी का सूखना आम माना जाता है। लेकिन यदि अचानक यह सूख जाए तो आर्थिक तंगी के संकेत होते हैं।
ऐसी मान्यता है कि जिन घरों में तुलसी के पौधे मुरझा जाते हैं वहां मां लक्ष्मी का निवास नहीं होता है। यह हरे होते हैं और हरा बुध का प्रतीक होता है।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, तुलसी के सूखे हुए पौधों को नदी में प्रवाहित करनी चाहिए। तुलसी को प्रवाहित करने के बाद घर में दूसरा पौधा लगाना चाहिए।
आप तुलसी के पौधे को सूखने से बचाने के लिए पौधे के आसपास साफ और सफाई जरूर रखें। सर्दियों में धूप की आवश्यकता ज्यादा होती है।