भोग लगाने से पहले खाने की थाली का क्यों करते है जल का छिड़काव? जानें


By Prakhar Pandey21, Feb 2024 04:13 PMnaidunia.com

खाने की थाली

व्यंजनों से भरपूर खाने की थाली भी मां अन्नपूर्णां के आशर्वाद से ही मिलती है। आइए जानते है धर्म के जानकार लोग क्यों अक्सर खाने से पूर्व खाने की थाली के चारों तरफ जल का छिड़काव करते है?

खाने का सम्मान

हिंदू धर्म में भोजन के सेवन से पूर्व भी कुछ नियम बताए गए है। जिसमें खाना की थाली का सेवन करने से पहले उसके चारों तरफ जल का छिड़काव करना भी हैं।

दूर होती है नकारात्मकता

मान्यता के अनुसार, खाने की थाली के चारों ओर जल का छिड़काव करने से एक ऐसी रेखा बन जाती है, जो नकारात्मकता को दूर करती है।

खाने की शुद्धता

खाने के चारो ओर जल का छिड़काव करने से खाने में शुद्धता आती है और भोजन ग्रहण करने वाला भी ऐसा करके शुद्ध हो जाता है।

भाग जाते है कीड़े-मकोड़े

खाने के आसपास जल छिड़कने से कीड़े-मकोड़े भी भाग जाते है। कीड़े मकोड़े सफाई देखकर दूर भागते है। ऐसे में आपके भोजन के संक्रमित होने का खतरा भी नहीं रहता है।

मां अन्नपूर्णा का आभार

जब व्यक्ति खाने से पूर्व थाली के चारों ओर जल का छिड़काव करता है तो इससे मां अन्नपूर्णा का आभार भी प्रकट होता है। ऐसा करने से मां अन्नपूर्ण कभी भी घर में अन्न का अभाव नहीं होने देती है।

मंत्रोच्चारण

खाने की थाली के आसपास जल का छिड़काव करने के साथ ही ‘ॐ सह नाववतु, सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यं करवावहै । तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥ अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकर प्राण वल्लभे।’ मंत्र का जाप भी करना चाहिए।

पुरानी परंपरा का हिस्सा

थाली के चारों ओर जल छिड़काव की परंपरा को उत्तर भारत में आमचन और चित्र आहुति भी कहते हैं। घर के बड़े-बुजुर्ग आज भी इस परंपरा का पालन करते हैं।

अगर खाने की थाली के चारों ओर जल छिड़काव करने के महत्व से जुड़ी यह स्टोरी आपको पसंद आई है तो ऐसी ही धर्म और अध्यात्म से जुड़ी अन्य स्टोरीज को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ

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