जानिए महिलाओं का श्मशान घाट जाना वर्जित क्यों है


By Kushagra Valuskar2023-05-05, 12:13 ISTnaidunia.com

श्मशान घाट

आपने देखा होता कि अंतिम यात्रा में पुरुष जाते हैं। महिलाओं का श्मशान घाट जाना वर्जित होता है।

16 संस्कार

हिंदू धर्म में 16 संस्कार होते हैं। व्यक्ति की मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार किया जाता है।

अंतिम यात्रा

हिंदू धर्म में देहांत के बाद अंतिम यात्रा निकाली जाती है। मृतक की शव यात्रा और अंतिम संस्कार में पुरुष शामिल होते हैं।

मान्यता

हिंदू रिवाज के अनुसार महिलाओं को श्मशान घाट तक जाना मना होता है। इसके पीछे कुछ कारण और मान्यताएं हैं।

बुरी प्रेम आत्माएं

लड़कियों और महिलाओं के शरीर में आत्माओं के प्रवेश होने की संभावना सबस ज्यादा रहती है। इस कारण श्मशान घाट नहीं ले जाया जाता है।

शरीर अकड़ने लगता है

जब चिता जलाई जाती है, तो शरीर से हड्डियों के अकड़ने की आवाज आती है। जिसे सुनकर महिलाएं डर सकती हैं।

आत्म को शांति

श्मशान घाट में महिला के रोने से मृतक की आत्मा को शांति नहीं मिलती है। इस वजह से महिलाओं को श्मशान घाट नहीं लेकर जाया जाता है।

मुंडन का रिवाज

महिलाओं का मुंडन करना शुभ नहीं माना जाता है। इस वजह से औरतों को अंतिम संस्कार में शामिल नहीं किया जाता है।

शुद्धिकरण

अंतिम संस्कार के बाद पुरुषों का घर में प्रवेश स्नान के बाद ही होता है। उससे पहले शुद्धिकरण करने के लिए महिलाओं को घर पर रहना पड़ता है।

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