आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की तिथि को आने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस बार यह एकादशी 2 जुलाई को पड़ रही है।
योगिनी एकादशी के दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने का खास महत्व होता है। मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से व्यक्ति की ज्यादातर समस्याएं दूर हो जाती हैं।
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो योगिनी एकादशी के दिन विधि-विधान के साथ मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के पाप नष्ट हो जाते हैं।
योगिनी एकादशी पर कुछ शुभ संयोग का निर्माण भी हो रहा है। इनमें से एक धृति योग है, जो सुबह 11 बजकर 47 मिनट पर शुरू होगा।
योगिनी एकादशी के दिन दुर्लभ त्रिपुष्कर योग भी बन रहा है। यह 2 जुलाई 8 बजकर 42 मिनट पर शुरू होगा और अगले दिन 4 बजकर 40 मिनट तक रहेगा।
2 जुलाई को योगिनी एकादशी के मौके पर सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। यह संयोग सुबह 5.27 बजे से शुरू होगा और 3 जुलाई को 4 बजे तक रहेगा।
योगिनी एकादशी पर शिव वास योग भी बन रहा है। शास्त्रों में इस योग को बेहद शुभ माना जाता है और इस दौरान पूजा करने का भी महत्व माना जाता है।
यहां दी गई जानकारी सामान्य और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। हमारी तरफ से इसके जरिए किसी तरह का कोई दावा नहीं किया जा रहा है।
यहां हमने जाना कि योगिनी एकादशी पर कौन सा शुभ योग बन रहा है। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ