तनाव एक मानसिक विकार है। इस स्थिति में व्यक्ति सामान्य जिंदगी से हटकर काल्पनिक जीवन जीने लगता है। तनाव से बाहर निकलने के लिए किताबें पढ़ें।
लगातार किताब पढ़ने से हमारा ज्ञान बढ़ता है। नए नए शब्द, नई नई बातें पता चलती हैं। जिंदगी को देखने का, जीने का नजरिया बदलता है। नए-नए आइडिया आते हैं।
साल 2016 में जर्नल सोशल साइंस एंड मेडिसिन में छपे एक शोध में खुलासा हुआ कि रोजाना किताब पढ़ने से सर्वाइवल रेट 23 फीसदी बढ़ जाता है। इसलिए रोजाना किताब पढ़ें।
जब भी आप कोई किताब पढ़ते हैं तो उसके किरदार, पृष्ठभूमि काफी दिनों तक याद रहते हैं। रोजाना किताब पढ़ने से याद रखने की क्षमता का विकास होता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स रात में सोने से पहले मोबाइल चलाने के बजाय किताब पढ़ने की सलाह देते हैं। इससे मस्तिष्क में मेलाटोनिन हार्मोन रिलीज होता है और नींद अच्छी आती है।
रोजाना किताब पढ़ने से दिमाग तेज होता है। नई-नई जानकारियां प्राप्त होती है। नई चीजों को भी सीखते हैं। इससे लर्निंग स्किल भी बढ़ता है।
जब आप किताब पढ़ते हैं तो ध्यान एक जगह पर केन्द्रित हो जाता है। रोजाना पढ़ने की आदत आपकी एकाग्रता को बढ़ाती है। दिमाग इधर-उधर की बातों पर नहीं जाता है।
जब भी आप अकेलापन महसूस करें किताब पढ़ना शुरू कर दें। पढ़ने की आदत आपमें नई उर्जा भरती हैं, आपकी बोरियत व अकेलेपन को दूर करती हैं।