काबुल। युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में पहली रोबोट वेट्रेस टिमिया की धूम मची हुई है। मध्य काबुल में उसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। वह होटल में मौजूद लोगों को फ्रेंच फ्राइज की प्लेट देती है। इसके बाद अफगानिस्तान की दो मुख्य भाषाओं में से एक दारी भाषा में वह मशीन कहती है- बहुत-बहुत धन्यवाद।
रेस्तरां के प्रबंधक मोहम्मद रफी शिरजाद कहते हैं कि ह्यूमनॉइड रोबोट टिमिया को जापान से आयात किया गया है। इसे हिजाब पहनने वाली महिलाओं की तरह अस्पष्ट रूप से डिजाइन किया गया है। इसने पिछले महीने से काम करना शुरू किया है, जिसके बाद होटल में नए ग्राहकों की संख्या पहले से काफी बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि असल जिंदगी में रोबोट को देखने के लिए यहां कई लोग आ रहे हैं, जो काफी दिलचस्प है। कभी-कभी बच्चे खुशी से उछलते हैं और आश्चर्य करते हैं जब वे रोबोट को भोजन लाते हुए देखते हैं। रोबोट कल्चर जापान और चीन में तेजी से आम हो रहा है, लेकिन युद्धग्रस्त देश अफगानिस्तान में सामान्य नहीं हैं। बताते चलें कि दशकों के युद्ध के बाद देश का बुनियादी ढांचा बर्बाद हो गया है।
बैट्री से चलने वाली वेट्रेस ने काबुल में लोगों को कुछ राहत दी है। नौ साल के अहमद जकी ने कहा कि मैंने टीवी पर रोबोट देखा, और मेरे पिता को मुझे इस रेस्तरां में ले जाने के लिए कहा था। मैं इस मशीन को देखने के लिए बेताब था।
टिमिया लगभग पांच फीट ऊंची है और अल्पविकसित काम कर सकती है। यह प्लेटों को लगाने, डिनर ट्रे में ले जाना और हैप्पी बर्थ-डे सहित बुनियादी बातों को बोल सकती है। यह किसी बाधा के सामने आने पर रुक भी जाती है और ग्राहक टच पैनल के जरिये ऑर्डर दे सकते हैं। हालांकि, अफगानिस्तान में विकट बेरोजगारी के हालात में टिमिया को लोग राजगार के लिए एक खतरे के रूप में देखते हैं। एक यूजर ने फेसबुक पर लिखा- यह हास्यास्पद है कि वे एक रोबोट को रेस्टोरेंट में काम के लिए लगा रहे हैं, जबकि देश में हजारों युवा हताश होकर नौकरी की तलाश कर रहे हैं।
Posted By: Shashank Shekhar Bajpai
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
- #first ever robot waitress
- #war torn afghanistan
- #Restaurant manager Mohammad Rafi Shirzad
- #humanoid robot
- #robot waitress imported from Japan
- #अफगानिस्तान में रोबोट
- #रोबोट वेट्रेस टिमिया