नियोसीओवी कोरोना वायरस इंसानों के लिए बन सकता है खतरा
नियोसीओवी अफ्रीका में चमगादड़ों में पाया गया नए तरीके का वायरस है। अभी इन्सानों में इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Fri, 28 Jan 2022 09:51:12 AM (IST)
Updated Date: Sat, 29 Jan 2022 01:02:34 AM (IST)

कोरोना महामारी का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ओमिक्रोन के रूप में नई लहर का सामना कर रही दुनिया के सामने जल्द ही एक और संकट आ सकता है। खबर दक्षिण अफ्रीका से है। यहां कोरोना के एक वायरस का पता चला है जिसे वैज्ञानिकों ने नियोसीओवी नाम दिया है। स्टडी रिपोर्ट से पता चलता है कि नियोसीओवी मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम (मर्स) से करीबी रूप से संबंधित है। वायरल बीमारी मर्स पहली बार 2012 में सऊदी अरब में पहचानी गई थी। आशंका जताई जा रही है कि नियोसीओवी इंसानों के लिए खतरा साबित सकता है। चीनी वैज्ञानिकों ने दक्षिण अफ्रीका में तेजी से फैल रही इस बीमारी का पता लगाया है। वुहान यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट ऑफ बायोफिजिक्स ऑफ द चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार, नियोसीओवी कोरोना वायरस PDF-2180-CoV से संबंधित है जो मनुष्यों को संक्रमित कर सकता है। अभी यह जानवरों में ही मिला है।
NeoCoV: चमगादड़ों में मिला, जानवारों से इन्सानों में फैला
रिपोर्टों में दावा किया गया है कि नियोसीओवी दक्षिण अफ्रीका में चमगादड़ों में मिला, जो जल्द ही जानवरों के बीच फैल गया। बायोरेक्सिव वेबसाइट पर प्रीप्रिंट के रूप में प्रकाशित अध्ययन में यह भी चेतावनी दी गई है कि यह वायरस इन्सानों में तेजी से फैल सकता है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि मनुष्यों पर NeoCoV के संभावित खतरे के बारे में अधिक जानने के लिए शोध की आवश्यकता है।
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