पाकिस्तान में चाहे सरकारें बदल जाएं, प्रधानमंत्री बदल जाएं, लेकिन कश्मीर मुद्दे पर जहर उगलना जारी रहता है। इमरान खान के बाद पीएम की कुर्सी पर बैठने वाले शाहबाज शरीफ ने भी यही किया है। Shahbaz Sharif ने पीएम बनने के बाद पहली बार कश्मीर आग अलापा और कहा कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की बहानी होना चाहिए। यह एशिया में शांति कायम रखने के लिए जरूरी है। उन्होंने आर्टिकल 370 को बहाल करने पर भारत के साथ बातचीत का भी आह्वान किया और कहा कि जम्मू-कश्मीर मुद्दे को बातचीत के जरिए ही सुलझाया जा सकता है।

Shahbaz Sharif ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, 'एशिया में शांति के प्रसार के लिए 5 अगस्त, 2019 के एकतरफा और अवैध फैसले को रद्द करना भारत की जिम्मेदारी है, ताकि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को बातचीत से सुलझाया जा सके।'

पाकिस्तान की बदहाली के लिए इमरान खान जिम्मेदार: Shahbaz Sharif

संबोधन के दौरान Shahbaz Sharif ने पीटीआई प्रमुख इमरान खान द्वारा लगाए गए विदेशी साजिश के आरोपों का भी खंडन किया, और देश के बढ़ते कर्ज, मुद्रास्फीति और आर्थिक संकट सहित देश को पीड़ित करने वाली बड़ी समस्याओं के लिए पीटीआई प्रमुख को दोषी ठहराया।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा वस्तुओं पर सब्सिडी को समाप्त करने पर जोर देने के बाद Shahbaz Sharif ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत में भारी बढ़ोतरी के बाद ये टिप्पणी की। 11 अप्रैल को पदभार संभालने के बाद यह उनका पहला संबोधन रहा।

डॉन अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, शाहबाज शरीफ ने कहा, 'पिछली सरकार जानबूझकर तथ्यों को छुपा रही है। मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि आपने आईएमएफ के साथ समझौता किया था, हमसे नहीं। आपने उनकी कठोर शर्तों को स्वीकार किया, हमने नहीं। आपने देश को आर्थिक संकट में डाल दिया, हमने नहीं।'

यह संबोधन पाकिस्तान सरकार द्वारा घोषित पेट्रोलियम में भारी वृद्धि की पृष्ठभूमि में आया है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने कहा कि सरकार के पास कीमतें बढ़ाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।

Posted By: Arvind Dubey