चीन के युशु शहर के पास बुधवार के एक अद्भुत आसमानी घटना हुई। यहां एक विशालकाय चमकदार आग का गोला तेज आवाज के साथ धरती की ओर आते हुए दिखाई दिया। इसकी आवाज इतनी ज्यादा तेज थी लेकिन सड़क से निकल रहे लोग भी अचानक इसे देखकर सहम गए। दक्षिणी चीन में हुई इस रहस्यमयी घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी दहशत है। हालांकि अभी यह जानकारी नहीं सकी है कि आसमान से गिरा विशालकाय आग का गोला कोई उल्कापिंड था या कुछ और।
A super bright fireball stunned people living in west part of Qinghai and east part of Tibet in China at 7:23 this morning! pic.twitter.com/DskUwtBXuH
— Renjiang Xie (Jason )解仁江 (@JasonXie1977) December 23, 2020
राह चलते लोगों ने बनाया वीडियो
जब यह विशालकाय उल्कापिंड धरती की ओर आ रहा था तो लोगों ने तत्काल अपना मोबाइल निकालकर वीडियो बनाना शुरू कर दिया था। अब सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी वायरल हो रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि अचानक एक विशाल आग का गोला आसमान से गिरता हुआ दिखाई दे रहा है और उसकी तेज रोशनी से आसपास के इलाके में भी तेज प्रकाश फैल गया है।
विशेषज्ञ बोले, उल्कापिंड ही था
हालांकि कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि आसमान से गिरा ये पिंड उल्कापिंड ही था और धरती पर गिरने से पहले ही भस्म हो गया होगा। यह घटना बुधवार को चीन के नागकिआन काउंटी और युशु शहर के बीच हुई है। प्रत्यक्षर्शियों का कहना है कि बुधवार सुबह 7.30 बजे यह घटना होते हुए देखी गई, जिसके साथ बहुत ही तेज आवाज भी हुई थी। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
भूकंप नेटवर्क सेंटर ने भी की पुष्टि
इधर चीन के भूकंप नेटवर्क सेंटर ने इस घटना के होने की पुष्टि की है। उनके मुताबिक एक उल्कापिंड नागकिआन काउंटी और युसू काउंटी के बीच 7.25 बजे गिरा है। एक प्रत्यक्षदर्शी नागरिक दान बा का कहना है कि जब वह अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने जा रहे थे तभी अचानक ही ये घटना हुई।
गौरतलब है कि नासा की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2019 में करीब 50 हजार से ज्यादा उल्कापिंड धरती पर गिरे थे। आमतौर पर ज्यादातर उल्कापिंड समुद्री इलाकों में गिरते हैं, इसलिए लोगों को पता ही नहीं चल पाता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि उल्काओं का गिरना बहुत समान्य घटना है, लेकिन उनमें से कुछ ही पृथ्वी की सतह तक पहुंच पाते हैं, तब उन्हें उल्कापिंड कहा जाता है। बहुत सारे उल्का पृथ्वी की सतह पर पहुंचने से पहले ही वायुमंडल में जल जाते हैं।
Posted By: Sandeep Chourey
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