
अंबिकापुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। अंबिकापुर से राजधानी रायपुर को जोड़ने वाली अंबिकापुर दुर्ग एक्सप्रेस की लेटलतीफी रोज नया रिकार्ड बना रही है। गुरुवार रात दुर्ग से चलकर अंबिकापुर के लिए रवाना हुई ट्रेन करीब साढ़े पांच घंटे विलंब से शुक्रवार दोपहर साढ़े बारह बजे पहुंची। इस ट्रेन के अंबिकापुर पहुंचने का समय सुबह सात बजे है लेकिन यह अक्सर विलंब से पहुंच रही है।
सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर से चलने वाली गिनती की ट्रेनों के रद होने से एक और यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं, दूसरी ओर जिन ट्रेनों का परिचालन हो रहा है उसकी लेटलतीफी से लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे सूत्रों के अनुसार रायपुर, उसलापुर, पेंड्रा रोड और अनूपपुर के बीच जगह-जगह दुर्ग ट्रेन को रोक दिए जाने के कारण यह अपने निर्धारित समय से विलंब से चल रही है। चूंकि सरगुजा संभाग के लोगों को राजधानी से जोड़ने के लिए एकमात्र ट्रेन है इस कारण इसमें भारी भीड़ रहती है।
इसके बावजूद इस ट्रेन की लेटलतीफी दूर नहीं हो रही है। लगातार इस ट्रेन के विलंब पर नाराजगी जताते हुए पिछले दिनों राज्यसभा के पूर्व सदस्य रामविचार नेताम ने भी दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारियों को पत्र लिखकर ट्रेन के संचालन को सुधारने की मांग की थी। बावजूद इसके ट्रेन के परिचालन में कोई सुधार नहीं आया है और यह विलंब से चल रही है। बता दें कि शुक्रवार से अंबिकापुर से जबलपुर, हजरत निजामुद्दीन अंबिकापुर साप्ताहिक सहित कई ट्रेनों का परिचालन तीन अक्टूबर तक रद कर दिया गया है।
शहडोल एक्सप्रेस चार घंटे विलंब से रवाना
गुरुवार को दुर्ग से रवाना हुई ट्रेन दोपहर साढ़े बारह बजे अंबिकापुर पहुंची। दोपहर करीब एक बजे इसे शहडोल एक्सप्रेस के रूप में रवाना किया गया। दुर्ग ट्रेन के घंटो विलंब से अंबिकापुर पहुंचने के कारण अनूपपुर, शहडोल जाने वाले यात्रियों को स्टेशन में इंतजार करना पड़ा। शुक्रवार से जबलपुर एक्सप्रेस रहने के कारण ऐसे यात्री जिन्हें अनूपपुर स्टेशन से दूसरी ट्रेन पकड़नी थी वे दूसरे साधन से अनूपपुर रवाना हुए।