रायपुर। भेंट-मुलाकात के दौरान एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सहृदयता सामने आई। हुआ यूं कि कुछ लोगों के हाथों में काला गुब्बारा देख बघेल ने उन्हें पास बुलाकर पूछा कि क्या उन्हें किसी तरह की शिकायत है? बघेल को जब शिकायत के बारे में पता चला तो उन्होंने तत्काल उसका समाधान भी कर दिया। बात इतनी सी थी कि प्रदर्शनकारी अपने बिजली बिल की विसंगतियों को ठीक कराना चाहते थे।
दरअसल, बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात के दौरान ग्राम राका कठिया में जब मुख्यमंत्री लोगों से योजनाओं का फीडबैक ले रहे थे, तब उनकी नजर कुछ दूर खड़े कुछ लोगों पर पड़ी जो काला गुब्बारा लिए हुए थे। उनके साथ एक महिला भी थी। मुख्यमंत्री ने तुरंत भांप लिया कि वे लोग अपनी कोई बात उनसे कहने आए हैं।बघेल ने महिला को पास बुलाया और शिकायत के बारे में पूछा। महिला ने बताया कि उनका भारी-भरकम बिजली बिल आया है। इससे वह परेशान है। जिसके बाद सीएम बघेल ने उनसे बिल मांग कर अधिकारियों से कहा कि आप तुरंत इसकी जांच करके बताएं कि ऐसा क्यों हो रहा है। अधिकारियों ने स्थल पर ही जांच के बाद मुख्यमंत्री को बताया कि इस बिल में पिछले 3 साल से बिजली बिल नहीं पटाया गया है। वर्तमान बिल पुरानी बकाया राशि को जोड़कर बनाया गया है। लगातार बिल नहीं पटाने के कारण उपभोक्ता को हाफ बिजली बिल योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है।
मुख्यमंत्री और अधिकारियों की बात सुनकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने संतुष्टि प्रकट की और वे धन्यवाद देते हुए चले गए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात स्थल बेमेतरा विधानसभा के विकासखंड बेरला के अंतर्गत ग्राम कठिया (रांका) पहुंचे थे। जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य सरकार द्वारा आम जनता के लिए, हर वर्गों के लिए योजनाएं बनाई गई हैं। गौ-वंश के संरक्षण के लिए भी योजना बनाई गई है। किसान, आदिवासी तबके के लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना सरकार का मुख्य उद्देश्य है।उन्होंने कहा कि योजनाओं का निर्माण भी इसी को ध्यान रखकर किया जा रहा है।