अक्षम बुजुर्गों को निश्शुल्क कराएंगे हरिद्वार-ऋषिकेश यात्रा, कलयुग के श्रवण कुमार अभियान की 12वीं यात्रा
हर बुजुर्ग के मन में तीर्थयात्रा करने की चाहत होती है, लेकिन आर्थिक अभाव के चलते बुजुर्ग तीर्थयात्रा पर नहीं जा पाते। साथ ही ऐसे बुजुर्ग जिन्हें तीर्थ ...और पढ़ें
By Ashish Kumar GuptaEdited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Fri, 14 Oct 2022 11:54:34 AM (IST)Updated Date: Fri, 14 Oct 2022 11:54:34 AM (IST)

रायपुर। हर बुजुर्ग के मन में तीर्थयात्रा करने की चाहत होती है, लेकिन आर्थिक अभाव के चलते बुजुर्ग तीर्थयात्रा पर नहीं जा पाते। साथ ही ऐसे बुजुर्ग जिन्हें तीर्थयात्रा पर ले जाने वाला कोई नहीं है। ऐसे बुजुर्गों को सिंधी समाज की संस्था बढ़ते कदम के नेतृत्व में इस साल हरिद्वार-ऋषिकेश की यात्रा पर ले जाया जा रहा है। यात्रा पूरी तरह से निश्शुल्क होगी। ट्रेन की टिकट, नाश्ता, भोजन, ठहरने और तीर्थ का भ्रमण कराने का पूरा खर्च संस्था उठाएगी।
बढ़ते कदम संस्था के अध्यक्ष राजकुमार मंगतानी, उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश मध्यानी एवं मीडिया प्रभारी राजू झमनानी ने बताया कि संजीवनी वृ़द्धाश्रम के बुजुर्गों समेत 260 बुजुर्गों को मां मंशा देवी, हरकी पौड़ी स्नान, रामझूला, लक्ष्मण झूला एवं अन्य मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा।
40 सेवादार करेंगे सेवा
यात्रा में बुजुर्गों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए 40 सेवादार भी साथ जा रहे हैं। एक-एक सेवादार को आठ-आठ बुजुर्गों की देखभाल की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही आकस्मिक चिकित्सा के लिए डाक्टर भी साथ में रहेंगे। यात्रा के संयोजक सुनील नारवानी, अमर लखवानी, किशोर पंजवानी एवं बंटी जुमनानी ने सेवादारों को जिम्मेदारी साैंपी है। इनमें से कुछ सेवादार एक दिन पहले रवाना होंगे और होटल में ठहरने, भोजन, भ्रमण करने वाहनों की व्यवस्था करेंगे। अन्य कार्यकर्ता ट्रेन में बुजुर्गों को ले जाने, यात्रा मार्ग में भोजन, नाश्ता, चिकित्सा की व्यवस्था संभालेंगे।
बढ़ते कदम के संयोजक इंद्र कुमार डोडवानी एवं संस्था के पूर्व अध्यक्ष नंदलाल मूलवानी ने बताया कि तीर्थयात्रा की फोटोग्राफी, वीडियो शूटिंग करा कर उसकी सीडी बनाकर सभी तीर्थयात्रियों को एक स्मृति चिन्ह के रूप में प्रदान किया जाएगा।
26 को रवाना होकर 31 को लौटेंगे
निश्शुल्क यात्रा 26 अक्टूबर को उत्कल एक्सप्रेस बिलासपुर से दोपहर 2.40 बजे रवाना होेगी। तीन दिन विविध मंदिरों का भ्रमण करके 30 अक्टूबर को सुबह 6 बजे हरिद्वार से उत्कल एक्सप्रेस निकलकर 31 को वापस राजधानी पहुंचेंगे।