Mangala Gauri Vrat 2022 Today: सावन में मंगला गौरी का व्रत करने से युवतियों को मिलता है मनचाहा जीवनसाथी, पूजन विधि के साथ जानिए महत्व
Mangala Gauri Vrat 2022 Today: मंगला गौरी व्रत से सुहागिनों का वैवाहिक जीवन सुखमय होता है और युवतियों को मनपसंद वर की प्राप्ति होती है।
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Tue, 19 Jul 2022 09:10:49 AM (IST)
Updated Date: Tue, 19 Jul 2022 09:10:49 AM (IST)

रायपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। Mangala Gauri Vrat 2022 Today: हिंदू धर्म ग्रंथों में परिवार की सुख-समृद्धि और संकट का निवारण करने के लिए प्रतिदिन किसी न किसी वार और पर्व, त्यौहार पर व्रत पूजा करने का विधान है। सावन के हर सोमवार को भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है। इसी तरह अगले दिन मंगलवार को मां पार्वती की पूजा करने की मान्यता है। इसे मंगला गौरी व्रत कहा जाता है। इस व्रत को करने से सुहागिनों का वैवाहिक जीवन सुखमय व्यतीत होता है और युवतियों को मनपसंद वर की प्राप्ति होती है।
पहला मंगला गौरी व्रत आज
शंकराचार्य आश्रम के ब्रह्मचारी डा.इंदुभवानंद महाराज के अनुसार सावन के पहले सोमवार को शिवजी की पूजा के बाद मंगलवार को मंगला गौरी का व्रत रखा जाएगा। इस बार सावन महीने में चार मंगलवार पड़ रहा है। 19 जुलाई, 26 जुलाई, दो अगस्त और नौ अगस्त को मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा।
चार सोमवार और चार मंगलवार का संयोग
सावन में चार सोमवार और चार मंगलवार का पड़ना शुभ माना जा रहा है। दूसरे मंगलवार को सावन की शिवरात्रि है। इस दिन शिव-पार्वती की पूजा एकसाथ की जाएगी। तीसरे मंगलवार को नागपंचमी और चौथे मंगलवार को प्रदोष व्रत भी रखा जाएगा।
पूजन विधि
व्रत करने वाली सुहागिनें ब्रह्ममुहूर्त में जागकर स्नान करें। साफ वस्त्र धारण कर मां मंगला गौरी, पार्वती की प्रतिमा अथवा फोटो को चौकी पर स्थापित करें। षोडशोपचार पूजन, आरती करके व्रत का संकल्प लें। 16 तरह की सुहाग सामग्री और 16 तरह की पूजन सामग्री अर्पित करें। पूजन सामग्री में फल, फूल, मिठाई भी शामिल हो। शाम को पुन: पूजा करके फलाहार ग्रहण करें।