Raipur News: धान खरीदी का टोकन कटना बंद, किसानों में मचा हड़कंप, एक जनवरी से मिलेंगे नए टोकन
एक नवंबर से चल रही धान खरीदी के बीच अचानक टोकन कटना बंद होने से किसानों में हड़कंप मच गया है।
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Fri, 30 Dec 2022 04:59:03 PM (IST)
Updated Date: Fri, 30 Dec 2022 04:59:03 PM (IST)

   रायपुर। Paddy Purchase News: एक नवंबर से चल रही धान खरीदी के बीच अचानक टोकन कटना बंद होने से किसानों में हड़कंप मच गया है। जिन किसानों ने अभी तक धान नहीं बेचा है वह धान खरीदी केंद्रों में चक्कर लगा रहे हैं।  
       
      जानकारी मिली है कि चिप्स की ओर से संचालित आनलाइन साफ्टवेयर को अपडेट करने के लिए अभी टोकन की प्रक्रिया समितियों में रोक दी गई है। अभी जो भी खरीदी हो रही है, वह पुराने टोकन के आधार पर ही हो रही है। प्रदेश में 2,614 धान खरीदी केंद्रों में 70 प्रतिशत से अधिक केंद्रों में यही हालात हैं।  
       
      अधिकारियों का दावा है कि आनलाइन मोबाइल एप से टोकन जारी हो रहा है मगर समस्या यह है कि ज्यादातर किसानों को मोबाइल एप से टोकन जारी किए जाने की जानकारी नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि 31 दिसंबर तक टोकन जारी करने में ब्रेक लगा रहेगा । इसके बाद फिर नए सिरे से टोकन कटेंगे।  
       धान खरीदी का आंकड़ा 75 लाख टन से पार 
      प्रदेश में 28 दिसंबर को ही 75 लाख टन आंकड़ा पार हो गया, जबकि खरीदी की प्रक्रिया 31 जनवरी 2023 तक जारी रहेगी। इस साल 110 लाख टन धान खरीदी का अनुमान है। वर्ष 2017-18 में 12 लाख 06 हजार किसानों से कुल 56 लाख 88 हजार टन धान की ही खरीदी हो पाई थी।  
       कांग्रेस सरकार आने के बाद नया रिकार्ड बनाने का दावा 
       अधिकारियों के मुताबिक इस वर्ष दो लाख 27 हजार नए किसानों ने धान विक्रय के लिए पंजीकरण कराया है। धान का कुल पंजीकृत रकबा बढ़कर 32 लाख 8 हजार हेक्टेयर हो चुका है। 28 दिसंबर तक खरीदे गए धान के एवज में किसानों को 15 हजार 582 करोड़ 51 लाख रुपये मार्कफेड द्वारा अपेक्स बैंक को जारी किए जा चुके थे। 59 लाख 82 हजार 17 टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया जा चुका है, जबकि डीओ से 48 लाख 63 हजार 515 टन धान का उठाव किया जा चुका था।  
       
     जहां 70 प्रतिशत खरीदी वहां टोकन रोका 
      खाद्य विभाग मार्कफेड एवं विशेष सचिव प्रबंध संचालक मनोज सोनी ने कहा, जिन समितियों में 70 प्रतिशत से अधिक धान खरीदी हो चुकी है, वहां एक जनवरी से टोकन कटेंगे। बाकी समितियों में जो पहले कट चुके हैं, उनसे धान की खरीदी हो रही है।  
      
     
     22 दिसंबर से किसान प्रभावित 
       भारतीय किसान संघ के प्रदेश महामंत्री नवीन शेष ने कहा, 22 दिसंबर से समितियों में धान खरीदी के लिए टोकन कटना बंद हो गया है। किसान समितियों में चक्कर लगा रहे हैं और परेशान हैं।