The Kashmir Files Controversy: द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक स्टार्स अपना बयान दे रहे हैं और अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। अब एक बार फिर विवेक अग्निहोत्री ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर अपनी बात रखी है। उन्होंने वीडियो में कहा कि कल IFFI गोवा में ज्यूरी हेड ने कहा कि कश्मीर फाइल्स एक प्रोपेगेंडा फिल्म है, यह मेरे लिए नई बात नहीं है। मेरे लिए यह आश्चर्यजनक है कि भारत सरकार द्वारा आयोजित भारत सरकार के मंच पर कश्मीर को भारत से अलग करने वाले आतंकवादियों के नैरेटिव को सपोर्ट किया गया और उस बात को लेकर भारत में ही रहने वाले की भारतीयों ने उसका इस्तेमाल किया भारत के खिलाफ।
इसके आगे विवेक अग्निहोत्री ने अपने वीडियो में कहा कि आखिर ये लोग कौन हैं। ये वहीं लोग हैं, जब मैंने 4 साल पहले रिसर्च चालू किया था, तब से ये लोग इसे प्रोपेगेंडा बोल रहे हैं। 700 लोगों के पर्सनल इंटरव्यू के बाद ये फिल्म बनी है। क्या वो 700 लोग जिनके परिवार को सरेआम काट दिया गया। क्या वे सभी लोग प्रोपेगेंडा और अश्लील बातें कर रहे थे। जो पूरी तरह से एक हिंदू लैंड हुआ करता था, आज वहां हिंदू नहीं रहते हैं। उस लैंड में आज भी आपकी आंखों के सामने हिंदुओं को चुन-चुन कर मारा जाता है। क्या ये प्रोपेगेंडा और अश्लील बाते हैं। यासीन मालीक ने अपने टेरर के जुल्मों को कबूल किया था और आज वह जेल में है।
ये सवाल बार-बार उठता है कि कश्मीर फाइल्स एक प्रोपेगेंडा फिल्म है, मतलब वहां कभी हिंदुओं का नरसंहार हुआ ही नहीं। आज मैं विश्व के सारे बुद्धिजीवियों और फिल्म मेकर जो इजरायल से आए हैं, उन्हें चैलेंज करता हूं कि कश्मीर फाइल्स का एक शाॅट, एक डायलाॅग या एक भी इवेंट अगर वे सिद्ध कर दें कि यह पूरी तरह से सही नहीं है तो मैं फिल्में बनाना छोड़ दूंगा।