खंडहर में तब्दील हो रहे आवास
शाम को लग जाता है असमाजिक तत्वों का डेरा
फोटो 3 चौरई स्थित जल संसाधन विभाग के आवास की हालत जर्जर छिंदवाड़ा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा विभाग को चुकाना पड़ रहा है। चौरई में जल संसाधन विभाग के आवास बने हैं, जिनकी हालत दिन ब दिन जर्जर होती जा रही है। हालत ये है कि शाम होते ही यहां असमाजिक तत्वों का डेरा जम जाता है। यहां विभिन्ना केटेगरी के क
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Mon, 03 Aug 2020 04:12:16 AM (IST)
Updated Date: Mon, 03 Aug 2020 04:12:16 AM (IST)

फोटो 3
चौरई स्थित जल संसाधन विभाग के आवास की हालत जर्जर
छिंदवाड़ा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा विभाग को चुकाना पड़ रहा है। चौरई में जल संसाधन विभाग के आवास बने हैं, जिनकी हालत दिन ब दिन जर्जर होती जा रही है। हालत ये है कि शाम होते ही यहां असमाजिक तत्वों का डेरा जम जाता है। यहां विभिन्ना केटेगरी के करीब 120 आवास हैं, साथ ही स्टोर रूम भी है, लेकिन बाहर से देखने पर ये खंडहर की तरह नजर आते हैं, 50 फीसदी आवास तो खाली ही पड़े हैं, लेकिन इन आवास का किसी भी प्रकार से मैंटनेंस नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण दीवारों पर काई लग गई है, वहीं दरवाजे भी टूट गए हैं। असमाजिक तत्वों के आने जाने के कारण यहां रह रहे परिवारों की सुरक्षा पर भी खतरा बना रहता है। जब इस बारे में जल संसाधन विभाग के अधीक्षण यंत्री आशीष महाजन से बात की गई तो वो मैंटनेंस की बात कह रहे हैं, लेकिन ताज्जुब है कि इतने सालों से लगातार आवासों की अनदेखी की जाती रही, कई सालों से यहां पुताई भी नहीं हुई है। जिसके कारण आवास की हालत दिन ब दिन और खराब हो रही है। गौरतलब है कि जल संसाधन विभाग द्वारा यहां माचागोरा डैम का निर्माण और रख रखाव किया जा रहा है, ऐसे में यहां रहने वाले कर्मचारी किन परिस्थितियों में रह रहे होंगे इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।