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कोरोनाः गुरुवार को जिले में 28 नए मरीज मिले, अब तक 1156 की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
छिंदवाड़ा, नवदुनिया प्रतिनिधि
जिले में कोरोना वायरस की जांच के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट सफल साबित हो रहा है। आरटीपीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट, आरएटी तकनीक से रोजाना 300 टेस्ट किए जा रहे हैं। अभी तक जिले में करीब 23 हजार टेस्ट किए जा चुके हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया ने बताया कि छिंदवाड़ा जिले में हर दिन 300 टेस्ट किए जा रहे हैं। छिंदवाड़ा जिले के मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस के सैंपल की जांच की जा रही है, लेकिन छिंदवाड़ा में एक ही मशीन है, इसलिए जांच में देरी होती है। दूसरे जिले से भी लोग आते हैं।
आरटीपीसीआर टेस्ट सबसे विश्वसनीय माना जाता है, लेकिन इसकी रिपोर्ट आने में समय लगता है तो वहीं रैपिड एंटीजन टेस्ट में समय कम लगता है और प्रक्रिया भी जल्दी पूरी हो जाती है। जिसके चलते रिपोर्ट भी जल्दी मिल जाती है। रैपिड एंटीजन टेस्ट सिर्फ 15 मिनट में रिजल्ट दे सकता है, इसलिए बिना लक्षण वाले लोगों का टेस्ट रैपिड एंटीजन से किया जाता है। रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए नाक में पतली सी नली से सैंपल लिया जाता है और नाक से लिए गए उस लिक्विड को टेस्ट किट में डाला जाता है। एक किट थोड़ी ही देर में बता देती है कि जिस का सैंपल लिया गया है वो कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं। यह किट बिल्कुल प्रेगनेंसी टेस्ट किट जैसी होती है। सैंपल डालने के बाद अगर दो रेडलाइन आते हैं तो इसका मतलब है कि व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है और अगर सिर्फ एक लाइन आती है तो व्यक्ति की रिपोर्ट निगेटिव है। इस किट को अभी तक कंटेनमेंट जोन या हॉट स्पॉट इलाकों में उपयोग किया जा रहा है।
रैपिड एंटीजन टेस्ट किट होती है कई बार फेल
सीएमएचओ डॉ. जीसी चौरसिया ने बताया कि कई बार व्यक्ति को कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं, लेकिन इसके बाद भी रैपिड एंटीजन टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आती है। ऐसे में फिर उस व्यक्ति की जांच आरटीपीसीआर के तहत की जाती है। लिहाजा आरटीपीसीआर की जांच को ही भरोसेमंद माना जाता है।
छिंदवाड़ा में ही 14 नए मरीज मिले
जिले में लगातार कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। गुरुवार को 28 नए कोरोना के मरीज मिले हैं। जिसमें से छिंदवाड़ा शहर से ही 14 नए मरीज मिले हैं। इस प्रकार कुल संक्रमितों की संख्या 11,56 तक पहुंच गई है। जिसमें से 752 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं, जबकि 370 मरीज जिला अस्पताल में भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं। 17 मरीजों की मौत हो चुकी है। ऐसे कोरोना के मरीजों में नगर निगम के तीन अधिकारी और कलेक्ट्रेट के भी एक अधिकारी शामिल हो चुके हैं।