छिंदवाड़ा। प्रायवेट व बड़े स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही है। घरों में बैठे बच्चे एंड्रायड फोन से ऑनलाइन क्लास में भाग ले रहे हैं। जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में रहने वाले बच्चों के सामने वर्तमान में पढ़ाई का संकट बना हुआ है ऐसे में शिक्षकों व पालकों के नवाचार ने बच्चों में शिक्षका की नई अलग जगाई है। जिला
मुख्यालय से 70 किमी दूर स्थित हर्रई विकाखंड की कोठिया ग्राम पंचायत में समिति तथा माध्यमिक व प्राथिमिक शाला कोठिया के शिक्षकों ने स्कूल के 125 बच्चों को पढ़ाने के लिए एक नवाचार किया है शिक्षकों ने ग्राम समिति के साथ मिलकर समिति के डाउडस्पीकर की व्यवस्था की तथा गांव के बीच में उसे लगवाया तथा लाउउस्पीकर से बच्चों की पढ़ाई कराई जा रही है। शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला कोठिया में दर्ज 125 बच्चें जिनमें से मात्र 48 बच्चों के पास एंड्राइड मोबाइल थे, 77 बच्चों के पास किसी भी प्रकार का कोई साधन न होने के कारण बच्चें पढ़ाई से वंचित हो रहे थे। जिसको दृष्टिगत रखते हुए शिक्षक प्रकाश डेहरिया, डीआर धुर्वे तथा विलासराव बेंडे के द्वारा ग्राम समिति के समक्ष प्रस्ताव रखकर ग्राम समिति के माध्यम से लाउडस्पीकर की व्यवस्था कराई गई। जिसके बाद 2 अगस्त से ग्राम में रहने वाले बच्चों को ग्राम समिति के माध्यम से 11 से 12 के बीच प्रसारित होने वाले रेडियो कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। लाउडस्पीकर से पढ़ाई के बाद शिक्षकों के द्वारा बच्चों के घर घर जाकर फीडबैक लिया जा रहा है। बच्चों के द्वारा उक्त कार्यक्रम को बड़े ध्यान से सुन कर रेडियों कार्यक्रम में प्रसारित विषय वस्तु का होमवर्क किया जा रहा है। समस्या आने पर शिक्षक समस्या का समाधान कर रहे हैं।
- नेटवर्क व गरीबी के चलते निकाला तरीका
प्राथमिक शाला कोठिया ने शिक्षक डीआर धुर्वे ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई के लिए जरुरत की चीजों का आभाव था कुछ बच्चों के पास एंड्रायड फोन थे अधिकांश के पास नहीं थे। इसके साथ ही नेटवर्क तथा गरीबी बाधा बनी हुई थी जिसके बाद लाउडस्पीकर के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई का तरीका निकाला गया। अपने घरों में बैठे बच्चे लाउडस्पीकर से रेडियों का कार्यक्रम सुनते तथा उनके मन में आने वाली जिज्ञासा का समाधान शिक्षकों द्वारा कर दिया जाता। इस प्रयोग से बच्चों के पालकों में खुशी है तथा उनके लिए भी कुछ सीखने का
अवसर साबित हो रहा है।