ऋषि पंचमी की गोधुलि बेला में होगा आयोजन
तामिया। नर्मदा मिशन के संत प्रकृति उपासक भैयाजी सरकार के चातुर्मास के दौरान ऋषि पंचमी में पातालकोट के 12 ग्रामों में 11 हजार दीप प्रज्वलित होंगे। दूधी नदी के उदगम स्थल अंबामाई रातेड के मंदिर में धूनी रमाये संत भैयाजी सरकार ने कहा कि आज्ञा सेवा मर्यादा से ही जीवन जागृत होता है जीवन मे शक्ति का संचार होता है। धन, बल, बुद्धि से शक्ति नहीं मिलती बस आभासी बिम्ब दिखता है। प्रकृति हमारी माता है और अपनी महतारी की रक्षा करना हमारा धर्म है। इसके संरक्षण संवर्धन से ही मानव का कल्याण होगा। ऋषि परम्परा का पालन कर ऋषि पंचमी के दिन शाम 6ः30 से 7 बजे के मुहुर्त में पातालकोट के 12 ग्रामों सहित तामिया देलाखारी, बिजोरी सहित अन्य समस्त स्थानों, घरों धार्मिक स्थलों दीप जलाए जाएंगे। 11 हजार ज्योत जलेगी जो माता के शक्ति स्वरूप को जागृत कर महामारी से बचाव सभी के कल्याण प्रकृति के संरक्षण संवर्धन के लिए सभी को जागरुक करेगी। इस आयोजन को लेकर समस्त सेवा परिवार और अन्य सभी जुटे हैं।
संत भैयाजी सरकार स्थानीय सभी के सहयोग से चार्तुमास के दौरान ऋषि परम्परा के अनुरूप ऋषि पंचमी में पातालकोट के 12 ग्रामों में दो हजार दीपक प्रज्जवलित कर जल जंगल जमीन को बचाने का संदेश देंगे। नर्मदा मिशन के प्रमुख संत भैयाजी सरकार ने बताया कि हमारे देश मे हमारी संस्कृति मे ऋषि परंपरा में आदीकाल से ही पहाड़ पर्वत वन नदी महत्वपूर्ण है ऋषि पंचमी आस्था का प्रतीक है। पातालकोट के 12 ग्रामो में मे दीप यज्ञ का उद्देश्य संरक्षण,संवर्धन और ग्राम का उत्थान और विकास है।