MP Vidhan Sabha Election 2023: जानें क्यों मप्र में क्लीन स्वीप का दावा कर रहे राहुल गांधी, ये है सियासी समीकरण
MP Vidhan Sabha Election 2023 बीते विधानसभा चुनाव में आदिवासी सीटों के कारण ही कांग्रेस सत्ता में आई थी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे।
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Sat, 31 Dec 2022 01:49:07 PM (IST)
Updated Date: Sat, 31 Dec 2022 02:46:11 PM (IST)
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MP Vidhan Sabha Election 2023 । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि मप्र विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी क्लीन स्वीप करेगी। राहुल गांधी ने कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मैं आपको एक बात लिखकर देता हूं कि कांग्रेस मध्य प्रदेश के चुनावों को जीतेगी और भाजपा वहां दिखाई नहीं देगी। राहुल ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस का तूफान आएगा, वहां हर कोई जानता है कि भाजपा ने वहां पैसा देकर सरकार बनाई है। पूरा प्रदेश गुस्से में है।
राहुल गांधी के इन दावों को लेकर सियासी गलियारों ने नए कयास लगाए जाने लगे हैं। दरअसल साल 2023 में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं। मध्यप्रदेश में आदिवासी वोटरों को लुभाने में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही लगी हुई है। मध्यप्रदेश की बात की जाए तो यहां करीब 47 विधानसभा सीटों पर आदिवासी वोटर्स का ही वर्चस्व है और इन सीटों को जिसने भी साध लिया, उनके लिए सत्ता का गलियारा खुल जाएगा।
2018 में कांग्रेस को मिली थी 47 में से 30 सीटें
गौरतलब है कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 47 में से 30 आदिवासी सीटों पर जीत मिली थी। यही कारण है भाजपा लगातार आदिवासी सम्मेलन जैसे आयोजन के जरिए इन सीटों पर पैठ बनाने की कोशिश कर रही है, वहीं कांग्रेस इन सीटों को बचाए रखने के लिए रणनीति तैयार कर रही है। इन दोनों ही दलों को आने वाले विधानसभा चुनाव में जयस ( जय युवा आदिवासी संगठन) जैसे कुछ क्षेत्रीय संगठन व राजनीतिक दलों से भी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इस लिहाज में साल 2023 में होने वाला मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव कुछ अलग ही चौंकाने वाला परिणाम दिखा सकता है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा भी आदिवासी बहुल इलाकों को कवर करते हुए निकली थी।
आदिवासी सीटों के कारण सत्ता में आई थी कांग्रेस
बीते विधानसभा चुनाव में आदिवासी सीटों के कारण ही कांग्रेस सत्ता में आई थी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे। कांग्रेस को आदिवासियों के लिए रिजर्व 47 में से 30 सीटें मिली थीं। इसके अलावा राज्य की 84 सीटों पर आदिवासियों का सीधा प्रभाव है।
आंकड़ों में समझें आदिवासी वोटरों की ताकत
- मध्यप्रदेश में आदिवासी जनसंख्या 2 करोड़ है।
- 230 सीट में से 47 आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित हैं।
- मध्यप्रदेश की 84 सीटों पर आदिवासियों का सीधा प्रभाव है।