WFI Controversy: पहलवानों का प्रदर्शन जारी, पढ़िए क्या कह रहे बृजभूषण सिंह
WFI Controversy: बृजभूषण शरण सिंह शाम 4 बजे उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के नवाबगंज स्थित कुश्ती प्रशिक्षण केंद्र में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Fri, 20 Jan 2023 07:27:47 AM (IST)
Updated Date: Fri, 20 Jan 2023 12:44:17 PM (IST)
Brijbhushan Sharan SinghWFI controversy: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के आरोपों को लेकर केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। एक दिन पहले खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ को नोटिस भेजकर 72 घंटे के भीतर जवाब मांगा था, लेकिन गुरुवार शाम तक खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने स्वयं मोर्चा संभाल लिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बृजभूषण शरण सिंह को 24 घंटे में इस्तीफा देने का अल्टीमेटम जारी कर दिया गया है। मतलब पूरे विवाद को खत्म करने के लिए सरकार आज कोई बड़ा एक्शन ले सकती है।
WFI controversy: Latest Development
बृजभूषण शरण सिंह का ताजा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि वे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं देंगे। इस पर जनता ने उन्हें बिठाया है।
बृजभूषण शरण सिंह शाम 4 बजे उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के नवाबगंज स्थित कुश्ती प्रशिक्षण केंद्र में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
वहीं प्रदर्शनकारी पहलवानों ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से उनके आवास पर मुलाकात की और अपनी मांग पर अड़े रहे कि पहले डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए।
बृजभूषण शरण सिंह 12 बजे मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखने वाले थे, लेकिन माना जा रहा है कि यह यह प्रेस कॉन्फ्रेंस शाम को हो सकती है। चर्चा है कि आज सुबह ही इस मामले में बृज भूषण सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की है।
माना जा रहा है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बृजभूषण इस्तीफा का ऐलान भी कर सकते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले उन्होंने ट्वीट किया, यह सियासी साजिश का हिस्सा है और मैं इसकी पोल खोलूंगा।
पहलवानों ने ओलंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा को भी चिट्ठी लिखी है और उनके सामने मांग रखी है कि WFI को भंग किया जाए, बृजभूषण को बाहर किया जाए और कमेटी बनाकर यौन शोषण के आरोपों की जांच की जाए।
इससे पहले गुरुवार का दिन एक्शन से भरा रहा। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने आवास पर खिलाड़ियों के साथ बैठक की। देर रात तक चली बैठक में बजरंग पुनिया, रवि दहिया, बबीता फोगाट, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक व अंशु मलिक मौजूद थीं।
इससे पूर्व ओलंपिक व अन्य अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता पहलवान गुरुवार को दूसरे दिन भी जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे। केंद्र सरकार की ओर से पूर्व पहलवान बबीता फौगाट जंतर-मंतर पर पहुंचीं और प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने सरकार के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। बातचीत का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला तो प्रेस कान्फ्रेंस में पहलवानों ने नाराजगी जाहिर की। सर्वाधिक आक्रोशित नजर आ रहीं विनेश फौगाट ने कहा कि हमने बृजभूषण शरण सिंह पर जो इल्जाम लगाए हैं वो पूरी तरह से सही हैं।
वहीं बजरंग पुनिया ने कहा कि हम चाहते हैं कि कुश्ती संघ को भंग किया जाए। अगर वह इस्तीफा दे भी देते हैं तो फिर से अपने लोगों को वहां बिठा देंगे। राज्य कुश्ती संघ में भी उनके ही लोग बैठे हैं तो हम संघ को ही भंग करवाना चाहते हैं।
पीटी उषा का ट्वीट
इस बीच भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा ने ट्वीट कर कहा कि अध्यक्ष के तौर पर मैं पहलवानों के इस मुद्दे पर और सदस्यों से चर्चा कर रही हूं। किसी भी एथलीट को अगर कोई समस्या है तो वह अपनी समस्याओं पर हमसे चर्चा करें।