ब्यूरो, पटना (Bangladesh Violence)। बांग्लादेश में हुई हिंसा के आ असर वहां के उद्योग पर भी पड़ा है। ऐसे में संभावना है कि कई इंडस्ट्री भारत का रुख कर सकती हैं। बांग्लादेश की टेक्सटाइल इंडस्ट्री (Textile Industry in Bihar) भी भारत में संभावनाएं तलाश रही है। इसमें भारतीय मूल के लोगों द्वारा संचालित की जा रही उत्पादन इकाइयां भी शामिल है।
इन्हीं संभावनाओं को देखते हुए बिहार ने कई संगठनों के माध्यम से इन इंडस्ट्री से चर्चा भी शुरू कर दी है, जिसमें अपरेल काउंसिल ऑफ इंडिया का नाम भी शामिल है। दरअसल, बिहार में पिछले दिनों टेक्सटाइल इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया था, इस मीट में अपरेल काउंसिल ऑफ इंडिया की बोर्ड मीटिंग भी हुई थी। ऐसे में अपरेल काउंसिल ऑफ इंडिया को इस बात की जानकारी है कि बिहार में टेक्सटाइल क्षेत्र में क्सया सुविधाएं दी जा रही है।
बिहार सरकार (Bihar Government) ने कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के आला पदाधिकारियों से भी कहा है कि यदि बांग्लादेश की कोई टेक्सटाइल कंपनी भारत आना चाहती है, तो इसकी जानकारी तुरंत सरकार को दी जाए।
गौरतलब है कि पिछले दिनों बिहार के अधिकारी बांग्लादेश (Bangladesh) पहुंचे थे, यहां उन्होंने उद्यमियों से बिहार में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की थी। उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौड्रिक के साथ बांग्लादेश गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग एंड एक्सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष फारूक हसन के साथ बातचीत हुई थी।
बिहार में टेक्सटाइल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए उद्योग विभाग ने टेक्सटाइल सेक्टर के बड़े स्तर पर प्लग एंड प्ले शेड को तैयार किया है। टेक्सटाइल सेक्टर के लिए राज्य में अलग पॉलिसी बनाई गई है। इसमें बड़े स्तर पर उद्यमियों के लिए सब्सिडी का प्रावधान किया गया है।