चीन में विदेशी मोबाइल फोन की बिक्री में बड़ी गिरावट, Apple झेल रही बड़ा नुकसान
चीन में विदेशी स्मार्टफोन ब्रांड्स की बिक्री में मई 2025 में 9.7% की गिरावट दर्ज हुई है। एप्पल, जो वहां का प्रमुख विदेशी ब्रांड है, प्रतिस्पर्धा में पिछड़ रहा है। Huawei जैसे स्थानीय ब्रांड्स की तकनीक, मूल्य और देशभक्ति मार्केटिंग के चलते विदेशी कंपनियों को रणनीति बदलनी पड़ सकती है।
Publish Date: Mon, 07 Jul 2025 09:01:31 AM (IST)
Updated Date: Mon, 07 Jul 2025 10:38:04 AM (IST)
चीन में विदेशी स्मार्टफोन ब्रांड्स की लोकप्रियता में लगातार गिरावट आ रही है। (फाइल फोटो)HighLights
- स्थानीय ब्रांड्स को सरकार का मिल रहा समर्थन
- चीन में देशभक्ति का बढ़ा उपभोक्ता रुझान
- एप्पल ने छूट देकर बचाने की कोशिश की है
टेक्नोलॉजी डेस्क, बीजिंग। चीन में विदेशी स्मार्टफोन ब्रांड्स की लोकप्रियता में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। मई 2025 में विदेशी कंपनियों के बनाए स्मार्टफोनों की बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में 9.7% की गिरावट दर्ज की गई है।
चीन एक बड़ा स्मार्टफोन बाजार है, जहां स्थानीय ब्रांड्स की तकनीकी प्रगति, कम कीमत और देशभक्ति आधारित मार्केटिंग के चलते विदेशी ब्रांड्स को बहुत कम्पटीशन का सामना करना पड़ रहा है।
एप्पल की गिरती पकड़
- चीन में सबसे अधिक बिकने वाला विदेशी स्मार्टफोन ब्रांड होने के नाते एप्पल पर गिरावट सबसे ज्यादा असर डाल रही है। चीन की सूचना और संचार प्रौद्योगिकी अकादमी (CAICT) ने यह स्पष्ट नहीं किया कि किस ब्रांड ने कितनी यूनिट्स बेचीं, लेकिन बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि एप्पल की बिक्री में गिरावट इस आंकड़े के पीछे प्रमुख वजह है।
इस गिरावट की भरपाई के लिए एप्पल ने अपने लोकप्रिय iPhone 16 मॉडल पर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर ¥2,530 ($351) तक की छूट देना शुरू किया है। यह कदम Huawei, Xiaomi और Honor जैसे चीनी ब्रांड्स के बढ़ते प्रभुत्व से निपटने की रणनीति का हिस्सा है। विदेशी ब्रांड्स के सामने लोकल ब्रांड्स की चुनौती
- CAICT के अनुसार मई 2025 में चीन में कुल मोबाइल फोन शिपमेंट में 21.8% की गिरावट दर्ज की गई, जो 23.72 मिलियन यूनिट्स रही। इसी अवधि में विदेशी ब्रांड्स की बिक्री घटकर 4.54 मिलियन यूनिट्स रह गई।
- स्थानीय कंपनियों जैसे Huawei को सरकारी समर्थन मिल रहा है। उनकी नई टेक्नोलॉजी भी उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर रही हैं। चीन में उपभोक्ताओं में बढ़ती देशभक्ति की भावना भी विदेशी ब्रांड्स की बिक्री को प्रभावित कर रही है।
रणनीति बदलने का समय
अगर यह ट्रेंड जारी रहा, तो एप्पल और अन्य विदेशी कंपनियों को लोकलाइजेशन, मजबूत ब्रांडिंग और कीमतों में प्रतिस्पर्धा जैसे मोर्चों पर दोबारा रणनीति बनानी होगी।