
डिजिटल डेस्क। हवाई जहाज उड़ाने का कारोबार दुनिया के सबसे महंगे और जटिल बिजनेस में गिना जाता है। इसके बावजूद भारत की एक ट्रैवल कंपनी अब इस सेक्टर में कदम रखने जा रही है। केरल की Alhind Group को भारत सरकार से एयरलाइन ऑपरेशन शुरू करने की मंजूरी मिल चुकी है। खास बात यह है कि करीब तीन दशक पहले इस ग्रुप की शुरुआत सिर्फ टिकट बुकिंग से हुई थी।
अलहिंद ग्रुप की जड़ें साल 1992 में पड़ीं, जब इसे Alhind Tours & Travels Private Limited के नाम से एक ट्रैवल एजेंसी के तौर पर शुरू किया गया। शुरुआती वर्षों में कंपनी ने घरेलू स्तर पर काम किया, लेकिन 1995 में मिडिल ईस्ट में एंट्री के साथ इसका दायरा अंतरराष्ट्रीय हो गया।
डिजिटल और फिनटेक की ओर बढ़ता कदम
समय के साथ अलहिंद ग्रुप ने अपने कारोबार का विस्तार किया। साल 2014 में कंपनी ने अपना B2B पोर्टल लॉन्च किया, जिसमें फ्लाइट और होटल बुकिंग, वीजा सर्विस जैसी सुविधाएं जोड़ी गईं। इसके बाद 2020 में धनहिंद यूटिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के जरिए फिनटेक और मल्टी-सर्विस प्लेटफॉर्म की शुरुआत की गई।
कौन हैं अलहिंद ग्रुप के पीछे की ताकत
इस ग्रुप के डायरेक्टर मोहम्मद हारिस हैं, जिनका ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर में लंबा अनुभव रहा है। केरल के कोझिकोड में जन्मे हारिस ने BA (हिस्ट्री और इकोनॉमिक्स) के साथ फार्माकोलॉजी की पढ़ाई की है। वहीं, कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर *पी वी वलसराज* ने भी अपने अनुभव से ग्रुप को लगातार आगे बढ़ाया।
बस से लेकर हज-उमराह तक
अलहिंद ग्रुप का मुख्य फोकस ट्रैवल सर्विसेज पर है। इसमें फ्लाइट टिकटिंग, हॉलिडे पैकेज, टूर प्लान के साथ-साथ हज और उमराह सेवाएं शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी वीजा सर्विस, फॉरेन एक्सचेंज, कार रेंटल, बस ऑपरेशन, कार्गो-लॉजिस्टिक्स और होटल-रिसॉर्ट बिजनेस में भी सक्रिय है। केरल में अलहिंद बस सर्विस एक जाना-पहचाना नाम बन चुकी है।
विदेशों तक फैला कारोबार
भारत के साथ-साथ अलहिंद ग्रुप सऊदी अरब, कतर, ओमान और कुवैत जैसे खाड़ी देशों में भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुका है। कंपनी का कुल टर्नओवर 20,000 करोड़ रुपये से अधिक बताया जाता है। अब एयरलाइन सेक्टर में एंट्री के साथ यह ग्रुप एक नई ऊंचाई छूने की तैयारी में है।