दिल्ली/ मुंबई/ बैंगलोर/चेन्नई, 15 सितम्बर, 2025: भारत के सबसे तेज़ी से विकसित होते मॉर्गेज-आधारित फिनटेक प्लेटफॉर्म बेसिक होम लोन ने आज देश के पहले एआई-पावर्ड होम लोन असिस्टेन्ट प्लेटफॉर्म HOM-i (होमी) का लॉन्च किया, जो घर के खरीददारों को उपयुक्त ऋणदाताओं के साथ जोड़कर उनके होम लोन के फैसले को बेहद आसान बना देगा।
आज के दौर के खरीददारों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किए गए इस प्लेटफॉर्म पर यूज़र आसान एआई इंटरफेस के ज़रिए तुरंत क्रेडिट चैक, प्रॉपर्टी इवैल्यूएशन, एपीएफ स्टेटस ट्रैकिंग कर सकते हैं। साथ ही HOM-i (होमी), यूज़र को सुझाव भी देता है कि उन्हें कौनसे बैंक से लोन लेना चाहिए। इस प्लेटफॉर्म पर यूज़र कई भारतीय भाषाओं में टेक्स्ट, वॉइस या वीडियो चैट के ज़रिए इंटरैक्ट कर सकता है, और जब चाहे, जहां चाहे विशेषज्ञों से सलाह ले सकता है।
HOM-i (होमी) को बीटा फेज़ के दौरान जुटाए गए रियल-वर्ल्ड डेटा के आधार पर तैयार किया गया है। यह प्लेटफॉर्म अब तक 3 लाख से अधिक खरीददारों और 2 लाख प्रॉपर्टीज़ के प्रोफाइल का विश्लेषण कर चुका है, जिसके चलते तकरीबन रु 30,000 करोड़ के लोन के लिए मंज़ूरी दी गई है।
इस पूरी प्रक्रिया के दौरान प्लेटफॉर्म ने रिजेक्शन पैटर्न को भी समझा, जिससे लोन देने वाले बैंकों और लोन लेने वाले खरीददारों- दोनों को ऐप्लीकेशन्स को बेहतर बनाने में मदद मिल रही है। प्लेटफॉर्म मॉडल को ऐसे डेटासैट पर प्रशिक्षित किया गया है, जिसमें 6 लाख से अधिक कॉल ट्रांसक्रिप्ट्स, अडवाइज़र के साथ 2 मिलियन मिनट की बातचीत और 1 मिलियन डिजिटल इंटरैक्शन्स शामिल हैं।
यही कारण है कि HOM-i (होमी) लोन लेने वाले के व्यवहार, पसंद-नापसंद और मुश्किलों को समझता है। इसमें 100 से अधिक ऋणदाताओं का क्रेडिट एवं प्रोडक्ट डेटा तथा 15,000 से अधिक प्री-अप्रूव्ड लेंडर-बिल्डर प्रोजेक्ट कॉम्बीनेशन्स भी शामिल किए गए हैं, ताकि घर खरीदने वालों के लिए फाइनैंस की प्रक्रिया आसान हो जाए।
यह प्लेटफॉर्म अक्टूबर से अर्ली एक्सेस के लिए उपलब्ध होगा और नवम्बर में फुल-स्केल पर इसे रोल-आउट कर दिया जाएगा। इस शरूआत से पहले HOM-i (होमी) की फैसला लेने की क्षमता को बेहतर बनाने के लिए- बेसिक होम लोन के 700 अडवाइज़र 2 मिलियन-मिनट का प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
यह प्लेटफॉर्म पहले से 60-70 फीसदी सटीकता के साथ काम कर रहा है और अगले 6 से 9 महीनों में इस सटीकता को 90 फीसदी तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। ‘हमारा मानना है कि HOM-i (होमी) होम लोन अप्रूवल को फास्ट, स्मार्ट और अधिक पारदर्शी बनाकर ‘सभी के लिए आवास’ की दिशा में भारत की यात्रा को गति प्रदान करेगा।’ बेसिक होम लोन के सीईओ एवं सह- संस्थापक अतुल मोंगा ने कहा।
‘एआई के ज़रिए मॉर्गेज के अनुभव को बेहतर बनाकर, हम होम लोन ऐप्लीकेशन की पूरी प्रक्रिया को तेज़ और सरल बनाना चाहते हैं- फिर चाहे एलिजिबिलिटी चैक हो, प्रोजेक्ट अपू्रवल वैरिफिकेशन या सही ऋणदाता का चुनाव।’ उन्होंने कहा। आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले रूल-बेस्ड इंजन के बजाए, HOM-i (होमी) गुणात्मक एवं मात्रात्मक- दोनों मानकों का इस्तेमाल कर, लोन के मुश्किल मामलों को भी आसानी से हैंडल कर लेता है।
इसका इन- हाउस विकसित एलएलएम-पावर्ड एआई मॉडल हिंग्लिश सहित 30 से अधिक भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है, इस तरह यह भारत के लिए परफेक्ट होम लोन असिस्टेन्ट है।
आने वाले समय में HOM-i (होमी) में लैंड रिकॉर्ड, रजिस्ट्री ऑफिसेज़ और म्युनिसिपल डेटाबेस जैसे फीचर्स भी शामिल किए जाएंगे, ताकि प्रापॅर्टी का इंस्टेन्ट वैरिफिकेशन हो सके, पेपरवर्क आसान हो जाए और प्रक्रिया में देरी न हो। इसके अलावा एआई की मदद से प्रॉपर्टी की उचित कीमत का अनुमान लगाया जा सकेगा,
जिससे घर के खरीददार और बैंक दोनों को आसानी होगी। ‘हम लेंडिंग एवं अडवाइज़र पार्टनर्स की मदद से HOM-i (होमी) को निरंतर बेहतर बनाने के प्रयास जारी रखेंगे। ताकि लाखों भारतीयों के लिए घर खरीदने के फैसले को सरल और सहज बना सकें।’ मोंगा ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा।