बिजनेस डेस्क, इंदौर। आईसीआईसीआई बैंक ने बुधवार को शहरी क्षेत्रों के नए ग्राहकों के लिए न्यूनतम औसत बैलेंस (MAB) की शर्त 50 हजार रुपये से घटाकर 15 हजार रुपये कर दी है। यह फैसला ग्राहकों से मिली तीखी प्रतिक्रिया के बाद लिया गया है। इससे पहले बैंक ने 1 अगस्त 2025 से नए बचत खातों के लिए मेट्रो शहरों में MAB को 10 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये किया था, जिसके बाद विवाद खड़ा हुआ था।
बैंक ने अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लिए MAB को 25,000 रुपये से घटाकर 7,500 रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 10,000 रुपये से घटाकर 2,500 रुपये कर दिया है। इसके साथ ही बैंक ने स्पष्ट किया कि 1,200 चयनित संस्थानों के छात्र और 60 वर्ष से कम आयु के पेंशनभोगियों पर यह शर्त लागू नहीं होगी।
बैंक के अनुसार यह बदलाव ग्राहकों से मिले मूल्यवान सुझावों के बाद किए गए हैं। बैंक ने कहा कि हमने 1 अगस्त से नए बचत खातों के लिए MAB की नई आवश्यकताएं लागू की थीं। ग्राहकों की अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए इन्हें संशोधित किया गया है।
इससे पहले 11 अगस्त को ‘बैंक बचाओ देश बचाओ मंच’ नामक नागरिक संगठन ने वित्त मंत्रालय को पत्र लिखकर बैंक के निर्णय पर आपत्ति जताई थी। मंच ने इसे “अन्यायपूर्ण और प्रतिगामी” बताते हुए कहा था कि यह समावेशी बैंकिंग की भावना के विपरीत है। यह फैसला सरकार के समावेशी विकास के दृष्टिकोण को कमजोर करता है।