
डिजिटल डेस्क। सोने की ऊंची कीमतों के बावजूद निवेशकों की दिलचस्पी इस कीमती धातु में लगातार बनी हुई है। फिजिकल गोल्ड के साथ-साथ गोल्ड-आधारित निवेश साधनों में भी लोगों का झुकाव तेजी से बढ़ रहा है। इसी क्रम में भारत के गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में अक्टूबर महीने के दौरान 850 मिलियन डॉलर (लगभग 7,500 करोड़ रुपये) का नेट इन्वेस्टमेंट दर्ज किया गया, जो एशिया में दूसरा सबसे बड़ा मासिक निवेश है। यह जानकारी वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों से मिली है।
हालांकि यह निवेश सितंबर के 911 मिलियन डॉलर की तुलना में करीब 6% कम रहा, लेकिन फिर भी यह लगातार पांचवां महीना है, जब गोल्ड ईटीएफ में पॉजिटिव इनफ्लो देखने को मिला। साल 2025 में मार्च और मई को छोड़कर हर महीने निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में स्थिर रुचि दिखाई है।
साल 2025 की शुरुआत से अब तक भारतीय गोल्ड ईटीएफ में कुल निवेश बढ़कर 3.05 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जो अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। इसके साथ ही एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) भी बढ़कर 11.3 अरब डॉलर हो गया है। तुलना करें तो 2024 में यह निवेश 1.29 अरब डॉलर, 2023 में 31 करोड़ डॉलर और 2022 में मात्र 3.3 करोड़ डॉलर था। यह रुझान साफ दर्शाता है कि निवेशकों का झुकाव तेजी से गोल्ड-बेस्ड इन्वेस्टमेंट की ओर बढ़ रहा है।
बात करें दुनिया की तो अक्टूबर में गोल्ड ईटीएफ निवेश के मामले में भारत तीसरे स्थान पर रहा। अमेरिका 6.33 अरब डॉलर के निवेश के साथ पहले स्थान पर रहा, जबकि चीन 4.51 अरब डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर रहा। जापान (499.5 मिलियन डॉलर) के साथ चौथे और फ्रांस (312 मिलियन डॉलर) के साथ पांचवें स्थान पर रहा।