बिजनेस डेस्क, इंदौर। सोमवार को सप्ताह के पहले दिन शेयर बाजार सपाट बंद जरूर हुआ था। मंगलवार के कारोबार को कुछ घटनाक्रम प्रभावित कर सकते हैं। कुछ कंपनियों के तिमाही नतीजों के आंकड़े सामने आए हैं। घरेलू संस्थागत निवेशकों की मजबूत खरीदारी का असर मंगलवार के ट्रेडिंग सत्र में देखने को मिल सकता है।
सोमवार को भले ही सेंसेक्स और निफ्टी में खास हलचल नहीं दिखी, लेकिन बाजार के अंदरूनी संकेतक अब किसी बड़े मूवमेंट की ओर इशारा कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, मंगलवार का दिन बाजार के लिए निर्णायक हो सकता है। इसमें उतार-चढ़ाव की संभावनाएं बनी हुई हैं।
कुछ बड़ी कंपनियों ने अपने तिमाही व्यापार परिणामों की घोषणा कर दी है, जिसका असर निवेशकों की रणनीति पर पड़ेगा। भारत-अमेरिका ट्रेड डील की अटकलें भी बाजार में उम्मीद का माहौल बना रही हैं। यह डील सप्ताह में किसी भी समय घोषित होती है, तो बाजार में सकारात्मक उछाल देखा जा सकता है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट अभय शर्मा का कहना है कि इस समय निवेशकों को बाजार के संकेतों को अच्छी तरह समझकर निवेश करना चाहिए। शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग और वायदा बाजार जैसे हाई-रिस्क क्षेत्रों से दूर रहना बेहतर रहेगा। सोने और चांदी में भी फिलहाल सतर्कता बरतनी चाहिए, क्योंकि वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
निवेशक अब तक बाजार में प्रवेश की प्रतीक्षा कर रहे थे, उनके लिए यह सप्ताह सही हो सकता है। हर उतार-चढ़ाव में कूदने के बजाय बाजार की दिशा स्पष्ट होने पर ही निवेश करें। खासतौर पर लॉन्ग टर्म निवेश को प्राथमिकता दें। तेजी में बिकवाली की बजाय हर गिरावट को अवसर मानें।