बिजनेस डेस्क: अमेरिका की ओर से H-1B वीजा पर 88 लाख रुपये की सालाना फीस लागू करने के बाद भारतीय निवेशक और प्रोफेशनल्स नए विकल्प तलाश रहे हैं। इसी क्रम में UAE Golden Visa और हाल ही में शुरू किया गया Trump Gold Card चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। सवाल यह है कि भारतीयों के लिए इनमें से कौन सा विकल्प ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। आइए दोनों को विस्तार से समझते हैं।
1. ट्रंप गोल्ड कार्ड क्या है?
19 सितंबर 2025 को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे लॉन्च किया। यह विदेशी निवेशकों, उद्यमियों और कॉरपोरेट्स को वित्तीय योगदान के बदले अमेरिकी निवास प्रदान करता है।
2. Trump Gold Card के लिए कौन कर सकता है आवेदन?
3. अन्य संस्करण भी उपलब्ध हैं?
हां, प्लैटिनम कार्ड जिसकी कीमत 50 लाख डॉलर है। यह धारकों को विदेशी आय पर कर से मुक्त रहते हुए सालाना 270 दिन अमेरिका में रहने की अनुमति देता है।
4. आवेदन प्रक्रिया कैसे होगी?
वाणिज्य, विदेश और गृह सुरक्षा मंत्री आवेदनों की समीक्षा करेंगे। पृष्ठभूमि जांच और \$15,000 सत्यापन शुल्क अनिवार्य होगा।
5. कब से शुरू होगा?
19 सितंबर 2025 से 90 दिनों के भीतर कार्यक्रम लागू होगा। वाणिज्य विभाग आवेदन की अंतिम तिथियां घोषित करेगा।
1. यह क्या है?
UAE Golden Visa एक दीर्घकालिक निवास परमिट है, जिससे विदेशी निवेशक, उद्यमी, वैज्ञानिक, शिक्षक, छात्र और प्रतिभाशाली प्रोफेशनल्स दुबई या अन्य अमीरात में रह सकते हैं।
2. कौन कर सकता है आवेदन?
निवेशक
3. न्यूनतम आवश्यकताएं क्या हैं?
4. अतिरिक्त शर्तें?
5. फायदे क्या हैं?
नियोक्ता प्रायोजन की आवश्यकता नहीं।
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