बिजनेस डेस्क, इंदौर। Savings: स्टॉक एनालिस्ट मंजुश्री शर्मा के मुताबिक, बचत का मतलब है अपनी आय का एक हिस्सा खर्च न करके उसे सुरक्षित रखना। जब आप अपनी मासिक आय में से कुछ राशि अलग रखते हैं और उसे भविष्य की आवश्यकताओं या आपातकालीन स्थिति के लिए सुरक्षित रखते हैं, तो उसे बचत कहा जाता है। बचत का मुख्य उद्देश्य है, भविष्य में वित्तीय स्थिरता प्राप्त करना और उन परिस्थितियों में सहायता प्राप्त करना, जब आय कम हो या खर्चे अधिक हो जाए। बचत आपके लिए आपातकालीन फंड के रूप में काम आती है।
यह अचानक आने वाली आर्थिक समस्याओं में मददगार है। इसके जरिए भविष्य की योजनाएं आप साकार कर सकते हैं। जैसे बड़े खर्चे, घर खरीदना, शिक्षा, शादी आदि के लिए तैयारी। बचत को सही तरीके से निवेश करने से अतिरिक्त आय प्राप्त हो सकती है। इससे खर्चों पर नियंत्रण और भविष्य में वित्तीय सुरक्षा मिलती है। बचत के लिए सबसे पहले अपनी आय और खर्चों का एक बजट बनाएं। इससे आप यह जान पाएंगे कि कितनी राशि बचाई जा सकती है। फिजूल खर्च से बचें। अनावश्यक खर्चों को कम करें और आवश्यकताओं पर ही ध्यान दें।
अपनी आय का एक निश्चित प्रतिशत हर महीने बचाने की आदत डालें। एक सुरक्षित बचत खाते में अपनी बचत राशि जमा करें। इससे आपका पैसा सुरक्षित रहेगा और उस पर ब्याज भी मिलेगा। बचत एक महत्वपूर्ण वित्तीय आदत है, जो हमें अनिश्चितताओं से बचाने और हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करती है। नियमित बचत करने से हम भविष्य में आर्थिक रूप से मजबूत और सुरक्षित रह सकते हैं। भविष्य की टेंशन खत्म करने के लिए निवेश करना काफी अच्छा ऑप्शन माना जाता है। निवेश से पहले सही प्लानिंग होना जरूरी होता है। आपात स्थिति में निवेश करना धाराशाही साबित हो सकता है।