डिजिटल डेस्क, नईदिल्ली। दोस्तों और परिवार के साथ यात्रा करते समय रहने के लिए सही जगह ढूंढना हमेशा सबसे मुश्किल काम होता है। जब किसी बाहरी जगह पर हम अपने ठहरने के विकल्पों पर विचार करते हैं, तो अक्सर दो जाने-पहचाने शब्द सामने आते हैं, होटल और मोटल।
अक्सर, इन शब्दों का एक दूसरे के स्थान पर इस्तेमाल किया जाता है। मगर, वास्तव में उनके अलग-अलग अर्थ होते हैं, जो उन्हें अलग करते हैं। हालांकि, दोनों में ही ठहरने के लिए जगह मिलती है, लेकिन होटल और मोटल अलग-अलग जरूरतों को पूरा करते हैं और अनूठी सुविधाएं देते हैं।
इसके अंतर को समझने से यात्रियों को सही निर्णय लेने और अपनी जरूरतों के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प चुनने में मदद मिल सकती है। यहां होटल और मोटल के बीच कुछ सामान्य अंतर दिए गए हैं, जो आपको जानने चाहिए।
होटल एक व्यावसायिक प्रतिष्ठान है, जो यात्रियों को ठहरने और रहने की जगह मुहैया कराते हैं। यह एक आत्मनिर्भर इकाई है, जो अपने मेहमानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए भुगतान के बदले में आमतौर पर अल्पावधि अवधि के लिए ठहरने की जगह प्रदान करती है।
मोटल एक प्रकार का आवास प्रतिष्ठान है, जो यात्रियों को आमतौर पर अल्पावधि अवधि के लिए ठहरने की जगह प्रदान करता है। पार्किंग क्षेत्र से कमरों तक सीधी पहुंच की विशेषता वाले मोटल सुविधाजनक, किफायती आवास की तलाश करने वाले मोटर चालकों और यात्रियों की जरूरतों को पूरा करते हैं।
डिजाइन और लेआउट- होटल आमतौर पर आंतरिक गलियारों वाली बहु-मंजिला इमारतें होती हैं। वहीं, मोटल एक-मंजिला होते हैं, जिसमें पार्किंग क्षेत्र से सीधे कमरों तक पहुंचा जा सकता है।
सुविधाएं और सेवाएं- होटल अक्सर रेस्तरां, फिटनेस सेंटर और रूम सर्विस जैसी सुविधाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं। दूसरी ओर मोटल आमतौर पर मुफ्त पार्किंग और वाई-फाई जैसी अधिक बुनियादी सुविधाएं ही मुहैया कराते हैं।
स्थान और पहुंच- होटल अक्सर शहरी क्षेत्रों में शहर के केंद्रों और लोकप्रिय आकर्षणों के करीब बने होते हैं। इसके विपरीत, मोटल अक्सर राजमार्गों या अंतरराज्यीय राजमार्गों के पास स्थित होते हैं, जो उन्हें सड़क यात्रियों के लिए एक सुविधाजनक विकल्प बनाते हैं।
सस्ता और सुविधाजनक- होटलों की तुलना में मोटल अधिक बजट-अनुकूल होते हैं। कम बजट वाले यात्रियों के लिए बिना किसी तामझाम के ये अच्छा विकल्प उपलब्ध कराते हैं।